शिमला, 05 मई : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के कंडी इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सेना ने कहा, राजौरी सेक्टर में चल रहे ऑपरेशन में सुबह गंभीर रूप से घायल हुए तीन सैनिकों ने दम तोड़ दिया।
शहीद हुए जवानों में दो जवान हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। एक जवान का संबंध सिरमौर जिला के शिलाई क्षेत्र से है जबकि दूसरा जवान कांगड़ा जिला के सुलह विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखता है। कांगड़ा का 32 वर्षीय जवान अरविंद कुमार आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गया है। अरविंद कांगड़ा जिला के सूरी गांव का रहने वाला है। बेटे की शहादत की खबर सुनकर पिता उज्जवल सिंह व माता निर्मला देवी पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। वही पत्नी विंदु देवी को जब पति के शहीद होने की खबर मिली तो एक पल के लिए विश्वास ही नहीं कर पाई। पत्नी बिंदु देवी को पति की शहादत के साथ-साथ 2 व 4 साल की दो बेटियों की चिंता सताने लगी है। शहीद अरविंद कुमार एक बड़ा भाई व बहन भी है।
जानकारी के अनुसार अरविंद कुमार 2012 में सेना में भर्ती हो गया था। अरविंद कुमार भारतीय सेना के 9 पैरा रेजिमेंट में तैनात था। इन दिनों अरविंद को कुपवाड़ा सेक्टर में अपनी सेवाएं दे रहे थे। बताया जा रहा है कि अरविंद 2 महीने पहले ही छुट्टी काट कर वापस ड्यूटी लौटा था। अरविन्द का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके पैतृक गांव वापस लाया जाएगा।
वहीं, हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के शिलाई के रहने वाला मां भारती के वीर जवान प्रमोद नेगी (26) भी आतंकी मुठभेड़ (skirmish) में शहीद हुआ है। प्रमोद की शादी नहीं हुई थी। शिलाई गांव के रहने वाले प्रमोद की शहादत से समूचे सिरमौर (Sirmour) में शोक की लहर है। शहीद प्रमोद अपने पीछे माता-पिता व एक छोटा भाई छोड़ गया है। जानकारी के मुताबिक शहीद का भाई भी भारतीय सेना (Indian Army) में सेवारत है।
शहीद प्रमोद नेगी पैराट्रूपर था, जो 9 पैरा रेजिमेंट में 2017 में भर्ती हुआ था। तकरीबन दो साल से देश की सुरक्षा करने वाली स्पेशल फोर्स में तैनात था। ये भी जानकारी सामने आ रही है कि नेगी को ‘रेड कार्पेट’ से भी सम्मानित किया गया था। शुक्रवार को वो तकरीबन साढ़े 11ः30 बजे देश पर कुर्बान हो गया।
उधर, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अरविंद कुमार व प्रमोद नेगी के बलिदान पर दु:ख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने राजौरी में आतंकवादियों से मुठभेड़ में बलिदान हुए सेना के सभी जवानों के बलिदान पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि देश उनके सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखेगा।