हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : भले ही हमारी सरकारें व नेता हर घर को बिजली, पानी मुहैया करवाने के दावे करते थकते नहीं हैँ परन्तु जिला हमीरपुर के विधान सभा क्षेत्र नादौन की ग्राम पंचायत कल्लूर के गांव बांई वाला कल्लूर में आजादी के 69 वर्ष गुजर जाने के बाद एक भी नल नहीं लग सका । जिसका लोग पानी पी सकें इसी के चलते इस गांव के 25 घर एक किलोमीटर दूर से एक वावडी से पानी भरने को मजबूर है । परन्तु कई वर्षो से गांव नल लगवाने की बार-बार मांग के बावजूूद इनकी आवाज किसी ने नहीं सुनी।
इस गांव के लगभग डेढ़ दर्जन लोग सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग उपमण्डल नादौन के सहायक अभियन्ता से पिछले लम्बे समय की तरह गांव मे नल लगवाने की मांग को लेकर मिलने आए थे जिनमें दो अन्धे व्यक्ति भगवान दास, किशोरी लाल के अतिरिक्त ज्ञान चन्द, उषा देवी, सुमना देवी, दर्शना देवी, अन्जना देवी, राणी, रेखा, पुष्पा सुषमा, कान्ता देवी आदि शामिल थीं। इन लोगों ने बताया कि बजुर्गो के समय से वे अपने गांव की परम्परागत बनी बावडी से पानी भरते चले आ रहे हैं परन्तु 1999 -2000 में कोहला -कल्लूर नाम से बनाई गई एक पेय जल योजना के लिए उनकी बावडी से पानी उठा कर इस योजना को दे दिया गया । तव तत्कालीन विधायक सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने उन्हें यह कह कर पम्प लगवाया था कि इस योजना से दूसरे गांव को नल देने से पहले उनकेे गांव में नल लगवाये जाएंगे।
लोगों ने बताया कि इस बाबडी का पानी कोहला कल्लूर पेयजल योजना से गांव मझियार, खोहर, कोहला के तीन गांव व अप्पर कल्लूर को तो दे दिया परन्तु उनके गांव में आज दिन तक नल नहीं लग पाया। लोगों ने बताया कि पम्प हाउस के बाहर एक किनारे पर सारे गांव के लिये केवल एक नल लगा दिया है जिससे बांई आला कल्लूर के पच्चीस घर व पांच घर कोहला के गांव के लोग पानी भरते हैं जो पर्याप्त नहीं है जबकि अधिकतर समय इस पम्प हाउस पर ताला लगा रहता है। जिस कारण शाम को जब पम्प हाउस बन्द हो जाता है तब ओवर फलो पानी नाली से बाहर बहते समय शाम को औरतें कपड़े धोतीं हैं अन्यथा उन्हे व्यास के किनारे कपड़े धोने जाना पड़ता है। जबकि घर में बनें शौचालयों के उपयोग के लिये सिर पर पानी ढ़ोना पड़ता है।
गांव के ज्ञान चन्द चौधरी ने बताया कि कि सुखविद्र सिंह सुक्खू नें उनके गांव का पानी अपने गांव को तो दे दिया परन्तु हम अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को पीने के पानी से महरूम कर दिया। उन्होंने बताया कि लगभग डेढ़ महीना पहले पूर्व विधायक उनके गांव में विभाग के अधिकारियों के साथ आये थे और उन के सामने अधिकारियों को गांव में नल लगाने को कह गये थे तथा अधिकारियो ने एक सप्ताह में उनके घरों में नल लगाने को कहा भी था किन्तु अभी तक इस दिशा में कोई कार्यवाही नही हुई हैं। उधर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के सहायक अभियंता मीर चन्द नें बताया कि इस गांव में नल नहीं हैं जिस के लिये प्रपोजल तैयार है और टैंडर होने के बाद गांव में नल लगा दिये जायेंगे।