नाहन, 25 अप्रैल : शहर के शाही महल के इलाके को हाल ही में ‘नो-पार्किंग’ जोन घोषित किया गया है। लोगों द्वारा लावारिस तौर पर फैंके गए घरों के मलबे को उठाने का कार्य पूरा हो गया है। चार ट्रॉलियां मलबे की उठाई गई हैं। खास बात ये है कि ये मलबा पब्लिक के सामूहिक अंशदान से उठाया गया है।
मंगलवार को पब्लिक के निवेदन पर जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता (Executive Engineer) आशीष राणा भी मौके पर पहुंचे। वो इस बात को लेकर बेहद खुश हुए कि विभाग द्वारा लगाया गया फायर हाइड्रेंट भी मलबे से बाहर आ गया है। इस दौरान विभाग के एसडीओ जोगिंद्र, वार्ड नंबर 7 के पार्षद राकेश गर्ग (पपली) भी मौजूद रहे। मौके पर मौजूद लोगों ने विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया कि फायर हाइड्रेंट व अन्य चैंबर को ढका जाना चाहिए। इसके अलावा बेतरतीब पेयजल लाइनों को भी सुधारने की मांग की गई।
अधिशाषी अभियंता ने तुरंत ही अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके बाद विभाग की टीम ने एक अरसे से लीक हो रहे लक्ष्मी नारायण मंदिर पेयजल भंडारण टैंक का भी जायजा लिया। अधिशाषी अभियंता आशीष राणा ने कहा कि नए टैंक के निर्माण के लिए बजट उपलब्ध है। इस कार्य को करने के लिए दो से तीन महीने का वक्त चाहिए, लेकिन इस दौरान शहर के एक हिस्से में पानी की सप्लाई कैसे की जाएगी, इस पर मंथन किया जा रहा है।
अधिशाषी अभियंता ने कहा कि शहर में बेतरतीब पेयजल लाइनों के सिस्टम को सही करने की दिशा में भी उचित कदम उठाया जाएगा। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि महलात का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। राणा ने कहा कि विभाग भी इस प्रयास में आम जनता के साथ सहयोग करेगा।