बिलासपुर, 16 अप्रैल : जिला में जिमीकंद की खेती राष्ट्रीय स्तर पर किसानों की तकदीर व तस्वीर बदलेगी। यह बात पालमपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर हरविंदर सिंह चौधरी ने माता नैना देवी की विधिवत रूप से पूजा अर्चना करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
कुलपति हरविंदर सिंह ने कहा कि जिला में जिमीकंद, उड़द की दाल, चना की खेती की गुणवत्ता को लेकर कृषि विश्वविद्यालय प्रयासरत है। इस खेती से किसानों को बहुत फायदा मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि बरठीं क्षेत्र गन्ने की फसल के लिए जाना जाता था। यहां की शक्कर बहुत मशहूर थी। पिछले कुछ वर्षों से यहां गन्ने की फसल पूरी तरह से खराब हो गई थी। लेकिन अब गन्ने की फसल में सुधार किया गया है। अब यहां गन्ने की खेती भरपूर मात्रा में हो रही है। शक्कर लगभग 200 रुपए किलो बिक रही है, जिससे किसानों को बहुत लाभ हो रहा है।
उन्होंने कहा कि रोहडू क्षेत्र के किसानों को लाल चावल के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। जिसका फायदा किसानों को मिला। उन्होंने कहा कि पहले वहां का लाल चावल 40 से 50 के रुपए किलो बिकता था, लेकिन अब लाल चावल अढाई सौ से 700 किलो तक बिक रहा है। इस मौके पर मंदिर न्यास की तरफ से स्थानीय पुजारी महेश कुमार व हरीश कुमार ने उन्हें माता की चुनरी व फोटो भेंट की।