नाहन (एमबीएम न्यूज) : सरकारी डिपू के मिट्टी तेल – खाद्य वस्तुओं की कालाबाजारी को लेकर पुलिस परतें उधेडने में लगी हुई है। प्रारंभिक छानबीन में पुलिस को पता चला है कि मिट्टी का तेल व चावल सरकारी डिपू से सीधा पिकअप में नहीं लादा गया था। बल्कि धारटीधार क्षेत्र के किसी अन्य स्थान पर पहले सरकारी डिपू से मिट्टी का तेल पहुंचाया गया जहां से इसे पिकअप में लादा गया। पुलिस के निशाने पर नेहली व पंजाहल के सरकारी राशन के डिपू आए है।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इन डिपूओं का रिकार्ड तलब कर लिया है। सनद रहे कि पुलिस ने झमिरिया के समीप एक पिकअप से 700 लीटर मिट्टी का तेल व 500 किलो चावल बरामद किए थे। इस सिलसिले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था। सूत्र बताते है कि गिरफ्तार व्यक्तियों को यह तक नहीं पता था कि किस सरकारी डिपू का माल पिकअप में लादा गया है। इस मामले के तार सीधे-सीधे सरकारी डिपूओं से ही जुडे हुए नजर आ रहे है। इस मामले में पुलिस ने पिकअप को भी कब्जे में ले रखा है।
आशंका जताई जा रही है कि नाहन शहर में भी इस तरह का गोरखधंधा चल रहा है। उधर थाना प्रभारी तिलक राज शांडिल ने माना कि नेहली व पंजाहल के सरकारी डिपू का रिकार्ड कब्जे में लिया जा रहा है। इसी बीच विधायक डा0 राजीव बिंदल ने खाद्य मंत्री जीएस बाली को लिखे पत्र में कहा कि नाहन के आसपास के क्षेत्रों मे खाद्य व आपूर्ति विभाग के डिपूओं में राशन व मिट्टी तेल के वितरण में धांधली की खबरेंं मिल रही है।
बिंदल ने कहा कि 2 दिन पहले पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान मिट्टी का तेल व राशन के अवैध कारोबार को पकडा था। जो इस बात को प्रमाणित करता है कि भारी मात्रा में धांधली हो रही है। बिंदल ने आरोप लगाया कि प्रभावशाली लोग अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दोषियों को बचाने की कोशिश कर रहे है। बिंदल ने मंत्री से इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।