सोलन, 22 दिसंबर : राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा (108) की सेवा की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। इससे 108 सेवा के रोगी वाहनों की खस्ताहाल पर सवाल पैदा हुए है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि रोजाना ही जगह-जगह एंबुलेंस में खराबी देखने को मिलती है। वीरवार सुबह भी एक बड़ा हादसा टल गया।
जानकारी के मुताबिक 108 ब्रुरी से मरीज को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल लेकर पहुंची ही थी कि उसका पहिया खुल गया। गनीमत यह रही कि पहिया अस्पताल के मेन गेट पर आकर खुला। यदि रास्ते में यह घटना घटती तो बड़ा हादसा पेश आ सकता था। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एंबुलेंस के टायर के चक्के को ठीक करके मेन गेट से हटाया गया। तब तक अस्पताल में उपचार करवाने आ रहे मरीजों को अस्पताल के बाहर ही उतरना पड़ा। अक्सर मरीज एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों पर लेटलतीफी का जिक्र करते है।
108 सेवा कर्मचारियों पर मनमर्जी का भी आरोप लगता है। एक समय तक सेवा को फुर्ती से के कारण पहचान मिलती थी। रोगी वाहनों की मेन्टेन्स समय पर क्यों नहीं हो रही है,ये उच्च स्तरीय जांच का विषय है। 108 कंपनी प्रबंधन के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गाड़ियों की समय पर सर्विस करवाई जाती है।