नाहन (एमबीएम न्यूज): छठी आईआरबी बटालियन में तैनात सब इंस्पेक्टर रामनाथ तोमर चाहते तो अपने बेटे को पुलिस में भर्ती होने के लिए प्रेरित करते, लेकिन संभवत: तोमर ने यही सोचा होगा कि आर्मी में देश की सेवा सर्वोच्च तरीके से की जा सकती है। शनिवार को देहरादून में पासिंग आउट परेड के बाद बेटे को जब लैफ्टिनेंट का तमगा मिला तो परिवार के चेहरे पर खुशी तैर रही थी।
26 नवंबर 1991 को जन्मे लैफ्टिनैंट विनय तोमर ने डीएवी स्कूल में दसवीं तक शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद नवोदय स्कूल में जमा दो की पढ़ाई पूरी की। आईआईटीटी कालाअंब में सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) में बी टेक पूरी करने के बाद 2015 में सीडीएस की परीक्षा क्रैक की। इंडियन मिलिट्री अकादमी देहरादून में डेढ़ साल के प्रशिक्षण के बाद अब उत्तर-पूर्वी राज्य में सिग्नल कोर में तैनाती मिली है। 20 दिन बाद लैफ्टिनेंट तोमर को अपनी डयूटी ज्वाइन करनी है। सेना का सिग्रल कोर विंग काफी अहम है। यहां सूचनाओं को सुरक्षित रखना होता है। साथ ही सूचनाएं जुटानी भी होती हैं।
लैफ्टिनेंट तोमर की मां कमला देवी, भाई विशाल तोमर समेत परिवार के कुल 8 सदस्य शनिवार को पासिंग आउट परेड के साक्षी बनें। एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में लैफ्टिनेंट तोमर ने कहा कि देश सेवा से बड़ी कोई बात नहीं हो सकती। सब इंस्पेक्टर रामनाथ तोमर का परिवार शहर के छोटा चौक में रह रहा था, लेकिन दो वर्ष पहले परिवार ने कालाअंब के समीप सैनवाला गांव में शिफ्ट किया है।