हमीरपुर/नाहन (एमबीएम न्यूज): हिमाचल पथ परिवहन निगम चालक-परिचालक एवं समस्त यूनियन एवं समन्वय समिति ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए संघर्ष का रास्ता अपना लिया है। अपनी मांगों को मद्देेनजर रखते हुए प्रदेश सरकार तथा परिवहन मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। निगम के सभी कार्यरत एवं सेवानिवृत कर्मचारियों ने इस संघर्ष के यज्ञ में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए 9 जून से सभी क्षेत्रों में रोजाना गेट मीटिंग कर रोष व्यक्त करेंगे।
चालक-परिचालक यूनियन के जिला प्रधान तरसेम चंद ने बताया कि इस गेट मीटिंग के माध्यम से सभी कर्मचारियों तथा पदाधिकारियों दो दिन 14 व 15 जून को 48 घंटे की पूर्ण हड़ताल की रणनीति तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांगों पर हल नहीं होता है, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा। इस हड़ताल में निगम का 10 हजार से अधिक परिवहन कर्मचारी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि 11 जून को परिवहनमंत्री जीएस बाली से धर्मशाला में सचिवालय में जेसीसी बैठक विफल रही है।
इस मौके पर यूनियन के अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित करते हुए सभी कर्मचारियों से हड़ताल में हिस्सा लेने की अपील है। उन्होंने निगम अनुबंध व कौशल विकास भत्ते के अनुरूप रखे गए परिचालकों को नाममात्र वेतन देकर ऐसे कर्मचारियों के हितों से खिलवाड़ कर रही है। उधर नाहन में भी ट्रांसपोर्ट मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस दौरान हिमाचल पथ परिवहन निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि मंत्री का अडिय़ल रवैया बना हुआ है। मांग की गई कि कर्मचारियों के खातों में 150 करोड़ रुपए की भविष्य निधि एकमुश्त जमा करवाई जाए।
इस दौरान इंटक के नासिर मोहम्मद, चालक-परिचालक संघ के बिशन सिंह व जेसीसी के महासचिव सुप्पाराम व तकनीकी संघ के भजन सिंह आदि ने विचार प्रकट किए।