हमीरपुर, 25 सितंबर : एचआरटीसी के एक परिचालक के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के कारण एक छात्रा की जान पर बन आई। घटना को लेकर विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं ने गहरा रोष व्यक्त करते हुए परिचालक को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है।
मिली जानकारी के अनुसार नगरोटा सूरियां क्षेत्र की रहने वाली एक छात्रा परीक्षा के लिए चंडीगढ़ गई थी। सुबह 10 बजे वो देहरादून- बैजनाथ बस में चंडीगढ़ से घर के लिए सवार हुई। बस (HP53A-2183) में जब सवार होकर घर आ रही थी, तो रास्ते में अंब नादौन मार्ग पर कलोहा गांव के निकट उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसके पेट में भयंकर दर्द होने लगा, उसने परिचालक से आग्रह किया कि बस को रोका जाए, ताकि वह बाथरूम जा सके। उसने परिचालक को ये भी बताया कि उसकी तबीयत अधिक खराब हो रही है, लेकिन कंडक्टर पर कोई असर नहीं हुआ। उसने कहा कि यह लंबे रूट की बस है, और नादौन बस अड्डा पहुंचकर ही रुकेगी।
लड़की के बार-बार आग्रह करने पर भी परिचालक ने बस नहीं रोकी। लड़की ने कहा कि उसे बस से नीचे उतार दें, परंतु इसके लिए भी परिचालक तैयार नहीं हुआ। इस दौरान लड़की की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी तो उसने अपने पिता को फोन किया। पिता ने जब परिचालक से लड़की को बस से उतारने को कहा तब भी परिचालक नहीं माना। इसी बातचीत पर बस नादौन बस अड्डा पहुंच गई। यहां भी जब लड़की बॉथरूम गई तो परिचालक ने इसकी सहायता करना तो दूर की बात है। वह उसे नादौन में छोड़ चला गया।
लड़की के पिता ने पहचान वाले राजकुमार सोनी से संपर्क किया, जिन्होंने ज्वालामुखी से आगे तक बस का पीछा करके परिचालक को खूब डांटा। सोनी ने लड़की की जानकारी नादौन में कार्यरत विपिन शर्मा को दी। शर्मा ने स्थानीय महिलाओं से संपर्क करके लड़की की सहायता की, और जब लड़की की तबीयत थोड़ी ठीक हुई तो उसके परिजनों की सहमति से उसे दूसरी बस में सुरक्षित रवाना किया।
पीड़िता की मदद करने वाले विभाग के देहरा में कार्यरत कर्मचारी राजकुमार सोनी व नादौन बस अड्डा पर बुकिंग क्लर्क विपिन शर्मा व लोगों ने सहायता से युवती घर पहुंची।
इस संबंध में नादौन बस अड्डा बुकिंग क्लर्क विपिन शर्मा ने बताया कि लड़की सुरक्षित घर पहुंच गई है, उसके परिजन उसे रास्ते में लेने आ गए थे। घटना की क्षेत्र भर में चर्चा है और लोग आरोपी परिचालक को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।