ऊना, 23 सितंबर : जिला के विभिन्न स्थानों पर पिछले कुछ दिनों से प्रवर्तन निदेशालय की विभिन्न टीमों द्वारा की जा रही ताबड़तोड़ छापेमारी के दौरान अवैध खनन से जुड़े कई तथ्यों का खुलासा हुआ है। छापेमारी के दौरान जहां लाखों रुपए की नकदी बरामद की गई है, इसके अतिरिक्त कुछ डिजिटल डिवाइस और अवैध खनन से जुड़े अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
छापेमारी के दौरान करीब 15.37 लाख की नकदी के साथ-साथ कई चीजें बरामद की गई। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में यह खुलासा किया गया कि यह पूरा प्रकरण करीब 35 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग अवैध खनन का है। इतना ही नहीं ईडी द्वारा विभिन्न स्थलों का निरीक्षण करने पर यह भी पाया है कि खनन के लिए लीज पर ली गई जमीन से बाहर जाकर भी जमकर अवैध खनन को अंजाम दिया गया।
इसके अतिरिक्त खनन पट्टे की जगह भी नियमों को ताक पर रखकर अंधाधुंध अवैध खनन करते हुए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की बात सामने आई है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा लखविंदर सिंह स्टोन क्रशर फर्म से जुड़े मानव खन्ना, नीरज पराशर और विशाल उर्फ विक्की नाम के व्यक्तियों के घर और अन्य ठिकानों साथ-साथ कुछ अन्य जगहों पर भी ताबड़तोड़ छापेमारी की गई।
इतना ही नहीं इन लोगों के ठिकानों पर की गई छापेमारी के दौरान दस्तावेजों के कुछ ऐसे सेट बरामद किए गए हैं, जिनमें असल खनन की सारी जानकारियां दर्ज की गई थी। गौरतलब है कि वर्ष 2021 में जिला की लाइफ लाइन कहीं जाने वाली सोमभद्रा नदी में अवैध खनन को लेकर जिला के थाना सदर में एक एफआईआर दर्ज की गई थी।
इसी एफआईआर को आगामी जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय को भेजा गया था, जिसके आधार पर प्रवर्तन निदेशालय की विभिन्न टीमें पिछले कुछ दिनों से जिला भर के विभिन्न स्थानों पर लगातार ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में साफ तौर पर कहा गया है कि मामले की जांच अभी आगामी दिनों में जारी रहेगी।