हमीरपुर, 09 सितंबर : प्रदेश के समस्त शिक्षकों वर्गों का आरंभिक वेतन बढ़ाने और टीजीटी शिक्षकों को राइडर प्रक्रिया में हुए नुकसान को दूर करने हेतु टीजीटी कला संघ का प्रयास आगे बढ़ रहा है। प्रदेश मुख्य सचिव आर.डी. धीमान ने टीजीटी कला संघ महासचिव द्वारा प्रेषित विशेष ज्ञापन को प्रदेश वित्त सचिव सहित उच्च शिक्षा विभाग को भेजा है। मुख्य सचिव के द्वारा प्रेषित मामले को वित्त सचिव स्वयं देखेंगे, जबकि उच्च शिक्षा विभाग शिक्षकों के आरंभिक वेतन को बढ़ाने के लिए प्रदत्त सुझावों अनुसार फाइल को आगे वित्त विभाग को भेज सकता है।
यह जानकारी देते हुए राजकीय टीजीटी कला संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर ने कहा कि संघ ने राइडर की अधिसूचना में शिक्षक वर्ग के लिए प्रयुक्त गुणांक में एकरूपता की मांग की है। यदि 1.26 का गुणांक सभी वर्गों हेतु प्रयुक्त हो तो टीजीटी को 48200 रूपये, सी एंड वी को 45100 रुपये और प्रवक्ता को 54500 रूपये का आरंभिक वेतन मिलना चाहिए। अगर प्रदेश में पंजाब सरकार के स्केल का आरंभिक वेतन संबंधी अनुसरण हो तो टीजीटी शिक्षकों को 44110 रुपये और प्रवक्ता को 49900 रुपये आरंभिक वेतन 2 साल सेवाकाल उपरांत देने की व्यवस्था होती।
ऐसे में शिक्षक वर्ग के हितों की रक्षा ज़रूरी है। सब वर्गों का वेतन एक समान गुणांक से तय होना चाहिए, जबकि समस्त शिक्षक वर्ग को 10300-34800 के मैट्रिक्स में ही रखा जाना चाहिए था। इस समय टीजीटी और प्रवक्ता के लिए आरंभिक वेतन गुणांक 1.09 और सी एंड वी हेतु 1.12 व जेबीटी हेतु 1.26 है। ऐसे में संघ ने समस्त शिक्षक वर्ग का आरंभिक वेतन बढ़ाने की मांग उठाई है, क्योंकि यह गैर-शिक्षक वर्गों के लिए प्रयुक्त 1.51 के गुणांक से काफी कम है।
शिक्षक वर्ग के लिए 1.3 से कम गुणांक इस स्थिति में सम्मानजनक नहीं कहा जा सकता और जेबीटी से लेकर प्रवक्ताओं के आरंभिक वेतन में वृद्धि हेतु नए सिरे से उच्च गुणांक तय किया जाना चाहिए। शिक्षक वर्ग के वर्ष 2012 के स्केल छीने जाने से प्रतिमाह 4 से 12 हज़ार रूपये वेतन का नुकसान झेल रहे वर्गों को राइडर में इनिशियल सम्मानजनक मिलनी चाहिए।
हीर ने कि शिक्षक सरकार से केवल इस अधिसूचना में सम्मानजनक आरंभिक वेतन हेतु संशोधन की मांग कर रहे हैं और टीजीटी शिक्षकों ने ग्रुप सी से ग्रुप बी में वर्ग शिफ्ट करने के मांग भी इसी ज्ञापन में उठाई है क्योंकि वर्ष 2012 के स्केल में वे ग्रुप बी में डाले जाने के पात्र थे, जबकि वर्ष 2012 में उनसे कम ग्रेड पे रखने वाले अब ग्रुप बी में शामिल किए जा चुके हैं। संघ ने प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग से टीजीटी से हेडमास्टर , सी एंड वी से टीजीटी प्रमोशन सूची एक सप्ताह में व जेबीटी से टीजीटी पदोन्नति सूचनाएं दो सप्ताह में जारी करने की अपील की है। संघ ने टीजीटी की हर मांग सबसे पहले सरकार तक पन्हुचाई है और अब भी अपनी लड़ाई अपने स्तर पर लड़ेगा।
अर्जित अवकाश बैंक व कैशलेस ट्रीटमेंट की मांग
टीजीटी कला संघ ने पंजाब की तर्ज़ पर भत्ते और 300 से अधिक अर्जित अवकाश को कर्मचारी की सेवा पुस्तिका में लीव बैंक में जमा करने की मांग की है क्योंकि कर्मचारियों को 300 से अधिक हो चुके अर्जित अवकाश ज़रूरत पड़ने पर नहीं मिलते। पेंशनर्स की तर्ज़ पर कर्मचारियों के लिए भी कैशलैस ट्रीटमेंट की व्यवस्था की जाए।