सोलन, 4 सितंबर : हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सोलन शहर की सब्जी मंडी में 50 साल की महिला की लाश के हाथ ने हत्या (Murder) का खौफनाक राज खोल दिया। यही नहीं, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की रहने वाली 50 साल की कल्पना (परिवर्तित नाम) व हरियाणा (Haryana) के 38 साल के सुरेंद्र के बीच लीव इन रिलेशनशिप (Leave in relationship) का खौफनाक अंत हुआ है।
करीब डेढ़ साल पहले छत्तीसगढ़ की महिला का संपर्क आरोपी सुरेंद्र से हुआ था। इसके बाद दोनों ही सब्जी मंडी के नजदीक झुग्गी में रहने लगे। लेकिन दोनों के बीच अक्सर ही झगड़ा हुआ करता था। शराब पीने के भी आदी थे।
2 सितंबर की सुबह पल्लेदारी का काम करने वाले एक व्यक्ति को तिरपाल के नीचे एक हाथ दिखाई दिया। इसे देखने वाले के होश उड़ गए। तुरंत ही पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस (Police) को तिरपाल में लिपटी महिला की लाश बरामद हुई।
शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देने वाला सुरेंद्र भी मौके से फरार नहीं हुआ था, ताकि उस पर शक न हो, लेकिन खाकी भी उससे एक कदम आगे निकली। बयानों में विरोधाभास होने पर सुरेंद्र ने हत्याकांड का राज उगल दिया। जांच में ये भी सामने आया है कि लाश को ठिकाने लगाने के बाद वो इलाका छोड़ने की फिराक में भी था।
30-31 अगस्त की रात का सुरेंद्र ने कल्पना को गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया था। एक दिन लाश को घर में छिपाकर रखा। अगले दिन रात के वक्त झुग्गी के नजदीक ही तिरपाल में इसे लपेट दिया गया।
जांच में ये भी सामने आया है कि आरोपी ने अपनी झुग्गी की तिरपाल के एक हिस्से को काटकर लाश को लपेटा था। लेकिन महिला के हाथ ने सुरेंद्र की करतूत का पर्दाफाश कर दिया। मानो महिला का हाथ पुलिस से न्याय की मांग कर रहा हो।
चूंकि, लाश को तिरपाल में कई घंटों बीत गए थे। जंगल का इलाका होने की वजह से संभवतः जंगली जानवरों ने कल्पना के मुंह व गले को नोच रखा था। ये अलग बात है कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट (Postmortem Report) आने के बाद लाश के क्षत-विक्षिप्त होने की असल वजह सामने आएगी।
सोलन में तिरपाल में लिपटा मिला राजस्थान की महिला का शव, शरीर पर कई निशान…
नहीं मिलता जस्टिस….
तिरपाल में लिपटे शव का हाथ नजर नहीं आता तो कल्पना को न्याय मिलने की उम्मीद न के बराबर हो जाती। कल्पना के पति की मौत पहले ही हो चुकी थी। इसके बाद घर छोड़ दिया था। एक बेटा छत्तीसगढ़ में रह रहा था, लेकिन परिवार से कोई खास संपर्क नहीं था। लिहाजा, मायका पक्ष की ओर से गुमशुदगी (Missing) की रिपोर्ट होने की उम्मीद ही नहीं थी।
गौरतलब है कि आरोपी सुरेंद्र ने आसपड़ोस में ये बताया था कि कल्पना नाराज होकर कहीं चली गई है, लेकिन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी।
बेमेल रिश्ता…
ये लीव इन रिलेशनशिप का रिश्ता एक तरह से बेमेल था। कल्पना आरोपी से करीब 12 साल बड़ी थी। आरोपी पल्लेदारी के अलावा कूड़ा बिनने का काम करता था। साफ है कि आमदनी भी कम होती होगी। कल्पना को भी शराब की लत थी। ऐसा भी सामने आया है कि आरोपी ने नशे में धुत्त होकर वारदात को अंजाम दिया।
ये बोले डीएसपी…
सोलन के डीएसपी संतोष शर्मा (DSP Santosh Sharma) ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में बताया कि 2 सितंबर की सुबह लाश के बारे में सूचना मिली थी। तुरंत ही लाश को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई। आरोपी के बयान विरोधाभासी थे। इस कारण उस पर शक हुआ। डीएसपी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि निश्चित तौर पर अगर राहगीर को तिरपाल के नीचे हाथ नहीं दिखता तो इस हत्याकांड की मिस्ट्री (Mystery) सामने ही नहीं आती।
डीएसपी ने कहा कि सख्ती से पूछताछ पर आरोपी ने गुनाह कबूल लिया है। उन्होंने ये भी माना कि अगर आरोपी द्वारा लाश को अपने मंसूबे के मुताबिक डंप कर दिया जाता तो शायद ही किसी को कल्पना के मर्डर (Murder) के बारे में पता चल पाता। उन्होंने कहा कि इलाका डंपिंग साइट के नजदीक है। अमूमन कम ही लोगों का उस तरफ जाना रहता है।