ऊना, 17 अगस्त : आबकारी एवं कराधान विभाग ने क्रशर इंडस्ट्री के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। नियमों को ताक पर रखकर काम कर रहे हरोली के बाथड़ी स्थित तीन क्रशर को लेकर विभाग ने एक फर्म को 3.66 करोड रुपए जुर्माना ठोका है। इतना ही नहीं आबकारी एवं कराधान विभाग ने आने वाले दिनों में क्रशर इंडस्ट्री के खिलाफ इस कार्रवाई को जारी रखते हुए सभी यूनिट की नए सिरे से जांच करने का भी फैसला किया है। आरंभिक रिपोर्ट के बाद विभाग ने भी इस बात को तस्दीक किया है कि खनन माफिया जिला में बड़े स्तर पर अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
आबकारी एवं कराधान विभाग के संयुक्त आयुक्त राकेश कुमार भारतीय बुधवार को पत्रकार वार्ता करते हुए पूरे मामले का खुलासा किया। भारतीय ने बताया कि विभाग की टीम ने करीब 9 महीने चली कार्रवाई के बाद क्रशर इंडस्ट्री से जुड़े तीन यूनिट को करीब 3.66 करोड रुपए जुर्माना रिपोर्ट किया है।
उन्होंने बताया कि नियमों को ताक पर रखकर काम कर रही इस क्रशर इंडस्ट्री पर लंबे समय से आरोप लगते आ रहे थे, जिसके बाद आबकारी एवं कराधान विभाग की विभिन्न टीमों ने जांच पड़ताल शुरू की थी। इसके लिए क्रशर से निकलने वाली गाड़ियों के बिल अन्य दस्तावेजों का क्रॉस चेक करते हुए हिमाचल के बाहर पंजाब सीमा में भी हर चीज का मुआयना किया।
संयुक्त आयुक्त राकेश भारतीय ने बताया कि इस उद्योग से नियमों को ताक पर रखकर खनन सामग्री को बाहर भेजा जा रहा था। विभाग की टीम ने करीब 9 माह तक इस पूरे मामले की निगरानी की और एविडेंस इकट्ठा करने के बाद करीब 3.66 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया गया है। वहीं जुर्माना राशि अदा करने की समय सीमा भी आने वाले 2 दिनों में समाप्त हो रही है।