शिमला/ नाहन, 06 जून : हिमाचल प्रदेश पुलिस मुख्यालय (Himachal Pradesh Police Headquarters) ने सिरमौर के पांवटा साहिब उपमंडल के अंतर्गत माजरा में हुई हिंसा की जांच की जिम्मेदारी राज्य सीआईडी की अपराध शाखा (Crime Branch of State CID) को सौंपी गई है। 17 मई 2022 को इलाके में गहरा तनाव पैदा हो गया था। पांवटा साहिब पुलिस की मुस्तैदी से टकराव की स्थिति को टाला गया था।
ताजा घटनाक्रम में पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू (Director General of Police Sanjay Kundu) के स्तर पर अब जांच की जिम्मेदारी सीआईडी को सौंपी गई है। हालांकि घटना सामने आने के करीब 48 घंटे के भीतर ही समूचे इलाके में शांति बहाल हो गई थी, लेकिन खुफिया तंत्र अब भी नजरें गड़ाए हुए है।
ज्ञानवापी मामले में घटनाक्रम पर एक समुदाय के नेता द्वारा की गई फेसबुक पोस्ट को लेकर तनाव पैदा हो गया था। पुलिस ने तुरंत ही फेसबुक पोस्ट करने वाले को गिरफ्तार भी कर लिया था। भारतीय जनता पार्टी ने भी तत्काल प्रभाव से अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष को भी पद से बर्खास्त करने का फैसला लिया था। गौरतलब है कि रविवार को भी पांवटा क्षेत्र से एक खबर सामने आई है। इसके मुताबिक एक ट्रक पर पाकिस्तान का झंडा लगा हुआ था, जिसकी जांच की जा रही है।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में राज्य सीआईडी के आईजीपी (IGP of State CID) रामेश्वर ठाकुर ने कहा कि माजरा मामले को सीआईडी को स्थानांतरित (Transfer) कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा इसकी पहले ही जांच की जा रही थी, इस जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि माजरा प्रकरण में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे। इसमें 9 लोगों को जमानत मिली हुई है,जबकि एक आरोपी ने उच्च न्यायालय से जमानत ले ली थी। एक वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मकसद से जानबूझकर फेसबुक पोस्ट करने के मामले में खासा तूल पकड़ा था। रात के अंधेरे में बनाए गए कई वीडियो सामने आए थे। आधी रात को सिरमौर के एसपी व डीसी ने भी घटनास्थल पर डेरा डाल दिया था। तत्कालीन आईजीपी हिमांशु मिश्रा (IGP Himanshu Mishra) भी मौके पर पहुंचे थे।
18 मई को आईजी ने बद्दी, सोलन व सिरमौर के पुलिस अधीक्षकों को संयुक्त बैठक के लिए नाहन बुलाया था। इसमें पड़ोसी जिला के पुलिस अधीक्षकों से उचित सलाह ली गई थी। बैठक में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी (Power Minister Sukhram Choudhary) भी मौजूद थे।
कुल मिलाकर यह प्रतीत हो रही है कि सरकार इस प्रकरण को गंभीरता से ले रही है। लिहाजा मामला राज्य सीआईडी की अपराध शाखा को सौंपा गया है।