मंडी, 9 मई : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के काफिले को सोमवार को सिराज विधानसभा क्षेत्र के प्रवेश द्वार पंडोह-सावला में अपने तोरण द्वार के नीचे रुकवा कर पडोह डैम विस्थापित कल्याण समिति ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। समिति के सैकड़ों लोग उस वक्त सन रह गए जब यशस्वी मुख्यमंत्री ठाकुर जयराम ने बीच सड़क में ही विस्थापितों को अपनी समस्या रखने के लिए कहा।
हड़बड़ाहट में समिति के प्रधान बालक राम ने आगे आकर जहां मुख्यमंत्री को फूल माला पहनाकर हार्दिक अभिनंदन स्वागत किया। वहीं उन्होंने बताया कि पडोह डैम विस्थापित आपसे केवल जमीन के बदले जमीन की मांग करते हैं। भाटिया ने बताया कि पंडोह डैम के विस्थापित साडे 400 परिवारों में से 165 ऐसे परिवार हैं, जिन्हें 1 इंच जमीन नहीं मिल पाई है और वे आज भूमिहीन होकर अवैध कब्जा धारी बने हुए हैं। इनमें से सिराज विधानसभा क्षेत्र से 35 परिवार शामिल है।
भाटिया ने बताया कि इन 35 परिवारों में से अधिकांश ऐसे परिवार हैं जिन्होंने बीबीएमबी द्वारा एक वर्ग की अपनी पुश्तैनी जमीन पर ही कब्जा किया है मगर यह जमीन आज भी बीबीएमबी के नाम से है और बीबीएमबी की चारदीवारी से बाहर है। जो आसानी से इन विस्थापितों को मिल सकती है। वहीं उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे परिवार हैं जिनकी जमीन की मिसले गुम हो चुकी है उन्होंने जमीनों पर कब्जा किया हुआ है मगर इंतकाल उनके नाम से नहीं हो पाए हैं।
यह कार्य भी आसानी से निपटाया जा सकता है और विस्थापितों को जमीन के हक मिल सकते हैं। इसी तरह से तीसरे वह परिवार हैं जिन्हें 5 बीघा से कम भूमि मिली है उन्हें 5 बीघा भूमि पूरी की जाए। इसके साथ ही भाटिया ने बताया कि बीबीएमबी में विस्थापित परिवारों को स्थाई रोजगार के लिए हिमाचल सरकार बात करें जिससे विस्थापितों को रोजगार का हक मिल सके।
इन मांगों के लिए मुख्यमंत्री महोदय उपायुक्त मंडी की अध्यक्षता में विस्थापित कल्याण समिति के सदस्यों की जॉइंट फैक्ट फाइंडिंग कमेटी नोटिफाई की जाए। जिससे यहां सरकार को पंडोह डैम विस्थापितों की समस्याओं की जानकारी मिलेगी। वहीं विस्थापितों को भी उनके हक हकूक मिलने का सही रास्ता निकल सकता है।
यह पहली बार हुआ जब प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर जयराम ने बीच सड़क में अपने काफिले के साथ पंडोह डैम विस्थापितों की समस्याओं को सुना और उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि पंडोह डैम से विस्थापित हुए लोगों को सच में जमीन नहीं मिली है और वह लैंडलेस हैं तो उन्हें उनके हक जरूर मिलेंगे। ऐसा सुनकर उपस्थित भीड़ ने अपने मुख्यमंत्री को आंखों में बिठाते हुए “मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जिंदाबाद, प्रदेश का सीएम कैसा हो ठाकुर जयराम जैसा हो” नारों से विदा किया।
भाटिया ने कहा कि ठाकुर जय राम निश्चित रूप से उदार हृदय के सम्राट हैं और हर गरीब से गरीब लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण उन्होंने आज पेश किया है। पंडोह डैम विस्थापित मुख्यमंत्री की इस उदारता के कायल हुए हैं।