हमीरपुर, 23 अप्रैल : गारली-हरसौर सड़क मार्ग पर वाहन चालकों को अब हिचकोले सफर से निजात मिल गई है। लोनिवि ने करीब 9 लाख रुपए खर्च कर कंकरीट व पेवर ब्लॉक का निर्माण कर पूर्व में तालाब बनी सड़क का जीर्णोद्धार कर दिया है। गौरतलब है कि गारली-हरसौर सड़क मार्ग पर दरकोटी के समीप सड़क मार्ग पर इतने बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए थे कि इसे देखकर यह प्रतीत होता था कि यह सड़क मार्ग नहीं कोई तालाब है।
कारण साफ है कि सड़क पर पड़े गड्ढों में थोड़ी सी बारिश होने के बाद पानी इतनी मात्रा में खड़ा हो जाता था कि पैदल चलना तो दूर की बात वाहन चालकों को भी कई परेशानियों से गुजरना पड़ता था। दैनिक सवेरा समाचार पत्र ने सड़क मार्ग की इस समस्या को गारली-हरसौर सड़क मार्ग बनी तालाब शीर्षक के माध्यम से प्रमुखता से उठाया था। खबर छपते ही विभागीय अधिकारी हरकत में आए और सड़क मार्ग पर पड़े गड्ढों में पानी की समस्या के समाधान के लिए कंकरीट डाल कर समाधान कर दिया है।
बताते चलें कि उक्त सड़क मार्ग पर हर दिन सैकड़ों तादात में वाहन चालक सफर करते हैं। इस सड़क मार्ग पर ज्यादातर लोग बाबा बालक नाथ की तपोस्थली शाहतलाई के लिए जाते हैं। लेकिन सड़क मार्ग पर दरकोटी के समीप इतनी हालत खराब थी कि चार पहिया वाहन चालक तो ऐसे-तैसे इस स्थान अपने वाहन को निकाल लेते थे, लेकिन दो पहिया वाहन चालक इस सड़क मार्ग पर सफर करने से परहेज करते थे।
इसके चलते दो पहिया वाहन चालकों को लंबा सफर तय कर या तो बिझड़ी होते हुए या फिर बड़सर होते हुए शाहतलाई जाना पड़ता था। सड़क मार्ग पर पड़े गड्ढों में भरे पानी की वजह से कई बार दो पहिया वाहन चालक पानी के बीच गिर जाते थे। यही कारण है कि इस वजह से लोगों को लंबा सफर तय करने को मजबूर होना पड़ता था। लिहाजा लोनिवि द्वारा अब सड़क पर पडे गड्ढों को भर देने की वजह से अब आम जनमानस को लंबी दूरी के सफर निजात मिल गई है।