मंडी, 18 अप्रैल : श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक (NerChowk Medical College) में आउटसोर्सिंग के माध्यम से वार्ड बॉय के 100 पदों को भरने के लिए जारी टेंडर को रद्द कर दिया गया है। 7 फर्मों की पात्रता होने के बावजूद भी टेंडर(Tender) को रद्द करने को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
सूत्रों के मिली जानकारी के तहत यह पहले ही बता दिया था कि चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए इस टेंडर को रद्द करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इस बात पर अब श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने मुहर भी लगा दी है। जिन चहेतों को टेंडर देने के लिए तरह-तरह की शर्तें लगाई गई थी, उन चहेतों के साथ अन्य फर्मों ने भी उसे पूरा कर दिया। ऐसे में कॉलेज प्रबंधन के समक्ष यह समस्या खड़ी हो गई कि टेंडर को कैसे जारी किया जाए। क्योंकि चहेतों के अलावा दूसरी फर्मों ने काफी कम रेट भरे थे, और टेंडर दूसरों को मिलना तय था।
इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने इसे रद्द करने पर ही अपनी सहमति जताई, और इसे अधिकारिक तौर पर रद्द कर दिया गया है। बता दें कि मेडिकल कॉलेज नेरचौक में वार्ड बॉय के 100 पद आउटसोर्सिंग के माध्यम से भरे जाने हैं। इन पदों को भरने के लिए दिसंबर 2021 में टेंडर जारी किया गया था, जिसे सोमवार को रद्द कर दिया गया है।
अब सरकार के नए नियमों के तहत होगा टेंडर
श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक के ज्वाइंट डायरेक्टर देवी चंद ने टेंडर रद्द करने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जो सात फर्में पात्र पाई गई थी, उनमें दो गुट बन गए थे और दोनों एक-दूसरे का विरोध कर रहे थे। ऐसे में दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ लिखित में शिकायतें दी थी।
इसी आधार पर सोमवार को इस सिलसिले में संबंधित अधिकारियों की बैठक बुलाकर इसे रद्द कर दिया गया है। सरकार ने टेंडर को लेकर नए नियम बनाए हैं। अब इस टेंडर को नए नियमों तहत फिर से जारी किया जाएगा। पहले भी यह मामला कोर्ट में गया था, और इसलिए इसमें पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है।