शिमला, 14 मार्च : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एक बार फिर दो टूक शब्दों में कहा है कि यदि कोई कर्मचारी संगठन हुडदंगबाजी करेगा तो उनकी बात को सुना जाएगा, लेकिन माना जाएगा यह जरूरी नहीं है। उन्होंने एनपीएस कर्मियों के पिछले दिनों हुए प्रदर्शन को लेकर यह बात कही।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने एनपीएस कर्मचारियों को गुमराह किया था। विपक्ष के विधायकों ने उनको उकसाया और यही वजह है कि वह कर्मचारी यहां से निराश होकर वापस लौटे। उन्होंने कर्मचारी वर्ग को साफ कहा है कि सरकार ने उनको जो दायित्व दिया है वो उसे निभाएं ना कि राजनीति करें।
सदन में सोमवार को कानून व्यवस्था पर लाए कटौती प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। इस कटौती प्रस्ताव को विपक्ष ने वापस नहीं लिया और बहुमत के साथ यह सदन में गिर गया। जवाब में बोलते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कुछ कर्मचारियों का व्यवहार ठीक नहीं है जो केवल राजनीति में फंसे रहते हैं और अपना काम नहीं कर रहे।
पुलिस कर्मचारियों को लेकर सीएम ने कहा कि वो उनके आवास पर आए थे जिन्होंने शांतिपूर्ण बात कही और सरकार का भी दायित्व बनता है कि उनके हक उन्हें दे। मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सरकार इनकी मांग को पूरा करने की कोशिश कर रही है और सहानुभूतिपूर्वक इसपर फैसला लिया जाएगा।