मंडी, 17 फरवरी : तमिलनाडु के तंजावुर जिले के स्केर्ड हार्ट हाई स्कूल की एक छात्रा पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने के बाद छात्रा लावण्या आत्महत्या मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मंडी ने निष्पक्ष जांच की मांग की है। एबीवीपी का कहना है कि यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं होती है तो वे सड़कों पर उतर कर तमिलनाडु सरकार का विरोध करेंगे।
वीरवार को मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मिशनरी स्कूलों के नाम पर धर्म रूपांतरण का आरोप भी लगाया। एबीवीपी का कहना है कि 9 जनवरी 2022 को तंजावुर जिले के हार्ट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में एक छात्रा स्कूल प्रशासन द्वारा धर्मांतरण के लिए बनाए जा रहे दबाव से तंग आकर कीटनाशक का सेवन कर आत्महत्या की कोशिश करती है व 19 जनवरी को उसकी मृत्यु हो जाती है।
उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर जब भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी के नेतृत्व में तमिलनाडु मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे थे तो सरकार ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करते हुए उन पर गैर जमानती धाराएं लगाकर गिरफ्तार कर लिया। जिसका विद्यार्थी परिषद विरोध करती है। इसके साथ ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करती है, जिसमें इस केस की सीबीआई जांच के आदेश सर्वोच्च न्यायालय ने दिए हैं और एबीवीपी आशा करती है कि इस मामले में सीबीआई जल्द से जल्द कार्यवाही करेगी।
एबीवीपी के प्रांत कार्यसमिति सदस्य राहुल भंडारी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि इस पूरे मामले में शामिल सभी दोषीयों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाए तथा लावण्या के न्याय की मांग कर रहे सभी कार्यकर्ताओं को रिहा किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि लावण्या के माता पिता को न्याय नहीं मिलता तो विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में जिला मुख्यालयों पर धरना करेगी और उग्र आंदोलन से भी गुरेज नहीं किया जाएगा।