शिमला, 10 फरवरी : कुल्लू को लाहौल घाटी से जोड़ने वाली दुनिया की सबसे लंबी यातायात टनल “अटल टनल रोहतांग” का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में दर्ज हुआ है। 10,044 फीट से ऊंचाई पर स्थित इस टनल को दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग के रूप में प्रमाणित किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने टनल के निर्माण के लिए बीआरओ (BRO) की इस उपलब्धि के लिए पुरस्कार प्राप्त किया। 9.02 किलोमीटर है लंबी इस टनल टनल को भारतीय और ऑस्ट्रेलिया कंपनी स्ट्रॉबेग और एफकॉन ने बनाया है।
तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 2002 में लाहौल-स्पीति के मुख्यालय केलांग में टनल निर्माण की घोषणा की थी। उस दौरान टनल की लागत 1500 करोड़ रुपये आंकी गई थी, लेकिन पूरी तरह बनने के बाद निर्माण पर 3600 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। अटल टनल बनने के बाद मनाली से लेह की दूरी करीब 45 किमी कम हुई है और अब लेह जाने के लिए रोहतांग पास नहीं जाना पड़ता है। टनल से लाहौल स्पीति जिला भी देश-दुनिया से जुड़ा रहता है और यहां पर्यटकों की तादाद भी दिन व् दिन बढ़ती जा रही है।
करीब 10.5 मीटर चौड़ी और 5.52 मीटर ऊंची है इस टनल का उद्घाटन 3 अक्टूबर 2020 को पीएम मोदी द्वारा किया गया था। देश की पहली ऐसी सुरंग है जिसमें मुख्य सुरंग के भीतर ही बचाव सुरंग बनाई गई है।