रोनहाट, 26 जनवरी : नागरिक उपमंडल शिलाई के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के मैदान में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष पर तिरंगे को सलामी देकर प्रशासन द्वारा इस राष्ट्रीय पर्व को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। एसडीएम सुरेश कुमार सिंघा द्वारा तिरंगे को फहराने के बाद एसएचओ मस्त राम ठाकुर ने पुलिस के जवानों के साथ मिलकर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देकर इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया।
वहीं इस दौरान पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के वीआईपी कमरे में बैठे स्थानीय विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हर्ष वर्धन चौहान पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ चर्चा करते नजर आए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब एसडीएम सुरेश कुमार सिंघा और एसएचओ मस्त राम ठाकुर को स्थानीय विधायक के उपस्थिति की बात मालूम हुई तो वो तुरंत उनसे मिलने के लिए रेस्ट हाउस के वीआईपी कमरे में चलेगए। हालांकि वहां पर उनके बीच क्या बातचीत हुई इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। मगर इस दौरान स्थानीय विधायक और प्रशासन के बीच तालमेल की कमी खुलकर सामने ज़रूर आई।
अब इसको लेकर सोशल मीडिया पर विधायक हर्षवर्धन चौहान को खूब ट्रोल किया जा रहा है। कुछ लोग स्थानीय विधायक द्वारा राष्ट्रीय पर्व और राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बता रहे है, तो कुछ लोग इसे उपमंडल स्तरीय प्रशासनिक कार्यक्रम बताकर विधायक को क्लीन चिट दे रहे है।
बहरहाल, कारण हर्षवर्धन चौहान और स्थानीय प्रशासन के बीच तालमेल की कमी हो या वजह कुछ और रही हो। मगर मामला सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोर रहा है।
उधर, हर्ष वर्धन चौहान से जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें स्वयं भी कार्यक्रम के बारे में किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं थी। वैसे तो उपमंडल स्तरीय गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में नियमानुसार एसडीएम ही राष्ट्रीय ध्वज को फहराते है। मगर फिर भी अगर उन्हें मालूम होता तो वो भी तिरंग़े को सलामी देने ज़रूर पहुंच जाते।