बद्दी (एमबीएम न्यूज़) : मुस्लिम वैल्फेयर सोसायटी की बैठक में मुस्लिम समुदाय के साथ सौतेला रवैया अपनाने का सरकार पर आरोप लगाया है। जिसमें यह समुदाय विकास की दौड़ में पिछड़ रहा है। सरकार ने 15 सूत्रीय कार्यक्रम को लागू न करके समुदाय के हितो की अनदेखी की जा रही है। बद्दी के बंसती बाग में आयोजित बैठक में प्रदेश अध्यक्ष नसीब मोहम्मद दीदान ने कहा कि सरकार ने शिक्षा के अधिकार को सभी के लिए अनिवार्य रूप से लागू किया। मुस्लिम समुदाय के बच्चे मदरसे में पढ़ते है। उन्हें इस अधिकार को दिलाने के लिए आधुनिकरण मदरसा शिक्षा करने का योजना बनाई गई।
समुदाय को कहा गया कि इन मदरसों को शिक्षा विभाग में पंजीकरण कराए। जिस पर पूरे प्रदेश के मदरसे शिक्षा विभाग के तहत पंजीकृत कराए गए लेकिन हैरानी इस बात की है कि सरकार ने जो समुदाय के लोगों के वादा किया था उसके ठीक विपरित कार्य किया। अब न तो इन मदरसों में विभाग के पाठ्यक्रम लागू हो पाया न ही उन्हें अध्यापक उपलब्ध कराए गए न ही उन्हें कोई ग्रांट दी गई। जिससे समुदाय के बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित है। प्रदेश उपाध्यक्ष साबरद्दी ने कहा कि कब्रिस्तान के लिए जमीन की कोई व्यवस्था नहीं है। शमशान घाट के लिए जहां पर सरकार की ओर से अनुदान मिलता है वहीं कब्रिस्थान के लिए कोई भी पैसा सरकार की ओर से नहीं मिल रहा है।
मुस्लिम समुदाय के युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे है। मुस्लिम विधवा को पेशन नहीं दी जा रही है। समुदाय के मात्र वोट की राजनीति के लिए प्रयोग किया जा रहा है। पिक एंड चूज की राजनीति से समुदाय के लोग आज असहाय महसूस कर रहे है। बैठक में बीबीएन के गठन पर चर्चा हुई। राज खान को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। 3 अप्रैल को नालागढ़ में बैठक बुलाई गई है जिसमें इकाई का गठन किया जाएगा। इस मौके संयुक्त सचिव गुमाम कादिर व सलीम कुरैशी, वित सचिव समीर खान, शहनवाज, राज खान, छोटू खान, अब्बाल अली, लाल मोहम्मद अब्बाज चौधरी ने भाग लिया।