शिमला, 31 दिसम्बर : हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2021 में उपचुनाव में सतारूढ़ भाजपा की करारी हार, अनुराग ठाकुर की केंद्रीय मंत्री पद पर ताजपोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का निधन, किन्नौर के निगुलससरी में भूस्खलन से तबाही तथा शिमला में तेंदुए के आंतक जैसी घटनाएं सुर्खियों में रहीं।
अनुराग ठाकुर का बढ़ा सियासी कद, प्रदेश से सबसे कम आयु के केंद्रीय मंत्री बने
हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर के यह साल उपलब्धियों भरा रहा। मोदी सरकार में अनुराग ठाकुर को पदोन्नति मिली और वह प्रदेश से सबसे कम उम्र में केंद्रीय मंत्री बने। केंद्रीय राज्य वित मंत्री रहे अनुराग ठाकुर को मोदी मंत्रिमंडल में सुचना एवं प्रसारण, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री का जिम्मा मिला। महज 47 साल की उम्र में अनुराग ठाकुर यह मुकाम हासिल कर अपना स्थान तो ऊंचा किया ही, साथ ही हिमाचल का भी कद बढ़ाया है। यह पहली बार है जब प्रदेश के किसी नेता को केंद्रीय सरकार में इतना बड़ी जिम्मेदारी मिली है। हिमाचल से अभी तक वीरभद्र सिंह, शांता कुमार, आनंद शर्मा और जगत प्रकाश नड्डा ही कैबिनेट मंत्री रहे हैं।
किन्नौर में भूस्खलन से तबाही,
इस साल भारी बरसात ने प्रदेश में फिर कहर बरपाया और बाढ़ व बादल फटने व भूस्खलन की घटनाओं में सैलानियों सहित कई लोग मारे गए। किन्नौर में भूस्खलन की खौफनाक तस्वीरें सामने आईं। 25 जुलाई को सैलानियों की एक गाड़ी पहाड़ से गिरे पत्थरों की चपेट में आई और नौ सैलानियों की मौेत हो गई। 11 अगस्त को किन्नौर के निगुलसरी में नेशनल हाईवे-5 पर भूस्खलन की बड़ी घटना में एचआरटीसी बस समेत चार वाहनों के चपेट में आने से 28 लोगों की मौत हो गई थी और 11 लोग घायल हो गए थे। इस हादसे में बस के परखच्चे उड़ गए थे तथा कई दिनों तक चले रेस्कयू आपरेशन के बाद बस का सुराग मिला। वहीं हादसे के शिकार लोगों के क्षत-विक्षत शव बरामद हुए। इतनी बड़ी घटना घटित होने के बाद स्थानीय लोगों का किन्नौेर में निर्मित पावर प्रोजेक्टों को लेकर गुस्सा पनपने लगा।
प्रशासन ने जहां निगुलसरी भूस्खलन को प्राकृतिक आपदा करार दिया, वहीं स्थानीय के मुताबिक बड़ी-बड़ी परियोजनाओं ने किन्नौर का सीना छलनी कर दिया है, जिसकी वजह से भूस्खलन की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। लाहौल-स्पीति जिला में भी बादल फटने के बाद आई बाढ़ ने तबाही मचाई और कई लोगों की जान गई। कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला में भी बाढ़ ने कहर बरपाया। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक इस साल मानसून सीजन में भारी बारिश, बाढ़, बादल फटने व प्राकृतिक आपदों में 400 से अधिक लोगों की जान ली। वहीं प्रदेश की चल-अचल संपति को 1070 करोड़ का नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा 63828.8 लाख का नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ।
वीरभद्र सिंह के निधन से शोक में डूबा प्रदेश
इस साल मार्मिक घटना यह घटी कि जब अनुराग ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली, उससे अगले दिन कांग्रेस के दिग्गज नेता व छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह ने दुनिया को अलविदा कर दिया। लंबी बीमारी के बाद 87 साल की आयु में 8 जुलाई को वीरभद्र सिंह ने आखिरी सांस ली। उनके निधन से पूरा प्रदेश शोक में डूब गया तथा कांग्रेस के एक युग का अंत हो गया। प्रदेश सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया। कांग्रेस व भाजपा के शीर्ष नेता वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देने शिमला पहुंचे। उनका अंतिम संस्कार पैतृक शहर रामपुर बुशहर में हुआ, जहां हजारों लोगों ने नम आंखों से इस करिश्माई व्यक्तित्व के धनी नेता को भावविहीन विदाई दी। वीरभद्र सिंह की अंतिम विदाई के दौरान “कौेन-कौन आया-देखो शेर आया शेर आया“ स्लोगन सोशल मीडिया पर कई लोगों को भावुक कर गया। वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस में सर्वमान्य नेता की तलाश शुरू हो गई। इसी साल मंडी से भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुजान सिंह पठानिया और भाजपा के मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा ने भी दुनिया को अलविदा कर दिया। रामस्वरूप शर्मा की संदिग्ध हालात में मौत हुई। उनका शव दिल्ली स्थित उनके आवास में फंदे से लटका मिला।
चार सीटों पर उपचुनाव में हार से भाजपा की किरकिरी
चार राजनेताओं के निधन की वजह से मंडी संसदीय सीट, अर्की, जुब्बल और फतेहपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में सतारूढ़ भाजपा की करारी हार हुई, वहीं कांग्रेस को संजीवनी मिली। इन उपचुनावों में सहानुभूति फैक्टर चला और मंडी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने भाजपा उम्मीदवार कुशाल चंद को आठ हजार मतों से पराजित कर दिया। इस जीत से वीरभद्र सिंह के पुत्र व विधायक विक्रमादित्य सिंह के सियासी कद मजबूत हुआ। अर्की से कांग्रेस के संजय अवस्थी, जुब्बल से रोहित ठाकुर और फतेहपुर से भवानी सिंह विजयी रहे। जुब्बल सीट पर भाजपा उम्मीदवार नीलम सरैइक अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हार की जिम्मेदारी ली। उन्होंने महंगाई और सहानुभूति को हार की वजह करार दिया।
प्रधानमंत्री की मंडी रैेली ने भाजपा में भरा नया जोश
उपचुनाव परिणाम ने भाजपा की शिकस्त से संगठन व सरकार की कारगुजारी पर सवाल खड़े हुए। हालांकि साल के आखिर में भाजपा ने मंडी के पड्डल मैेदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भव्य रैली का आयोजन किया। प्रदेश सरकार के चार साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य पर आयोजित इस रैली में भीड़ जुटाकर भाजपा ने अपनी मजबूती का एहसास करवाया। भाजपा ने इस रैेली में लगभग एक लाख लोगों के जुटने का दावा किया।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कर्मचारियों को दिए तोहफे, पुलिस कांस्टेबल में नाराजगी
उपचुनाव में हार के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कर्मचारियों की कई लंबित मांगों को पूरा करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों की जे.सी.सी. बुलाकर अनुबंध कर्मचारियों को नियमित करने की अवधि तीन साल से दो साल करने के अलावा कर्मचारियों के लिए नए पे स्केल का एलान किया। लेकिन पुलिस कांस्टेबलों के पे बैंड की अवधि कम करने की घोषणा न होेने पर मायूस कांस्टेबलों ने मैस का खाना छोड़ दिया। यही नहीं पुलिस के जवानों ने सरकार द्वारा उनकी मांगें नहीं माने जाने के विरोध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आवास का ही घेराव कर दिया। हिमाचल प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका है जब प्रदेश के सुरक्षा में लगे जवानों ने अपने ही प्रदेश के मुख्यमंत्री के घर का घेराव किया हो। कांस्टेबलों के असंतोष को देखते हुए सरकार को उनकी मांगों के निराकरण के लिए एक कमेटी का गठन करना पड़ा।
कोरोना की दूसरी लहर से पर्यटन प्रभावित
कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को फिर से बुरी तरह प्रभावित किया। हालांकि प्रदेश सरकार महामारी का दृढ़ता से मुकाबला करती नजर आई। राज्य भर में कोविड टीकाकरण का अभियान युद्धस्तर पर चलाया गया और हिमाचल प्रदेश ने पहली डोज लगाने में देश भर में पहला स्थान हासिल किया।
तेंदुए के आतंक से सहमा शिमला, दो मासूमों की गई जान
शिमला शहर में तेंदुए के आंतक से शहरवासी सहम गए। तेंदुए ने दो मासूम बच्चों को अपना शिकार बनाया। अगस्त माह में उपनगर खलीनी में तेंदुआ घर के पास से पांच साल की बच्ची को उठा ले गया। बच्ची का शव अगले दिन घटनास्थल से 300 मीटर दूर जंगल के नाले में क्षत-विक्षत हालत में मिला। लोगों के होश तब पाख्ता हुए जब दीवाली की रात आंगन में फुलझड़ी जला रहे छह साल के मासूम को तेंदुआ उठा ले गया। बच्चे की तलाश में पुलिस, वन व स्थानीय लोगों द्वारा सघन अभियान चलाया गया। घटना के दो दिन बाद बच्चे का शव जंगल में टुकड़ो में मिला। ये हादसा परिजनों को कभी न भुलाने वाले जख्म दे गया। तेंदुए के आतंक से पूरे शहर में दहशत का माहोैल रहा।
गुडिया के हत्यारे नीलू को उम्रकैद की सजा
शिमला जिला के कोटखाई में चार साल पहले स्कूली छात्रा गुड़िया की दुष्कर्म के बाद विभत्स हत्या मामले में आरोपी नीलू को इसी साल सजा का ऐलान हुआ।
सीबीआई की कोर्ट ने नीलू को भारतीय दंड संहिता की धारा 376(2)1, 376ए,302 और पॉक्सो अधिनियिम की धारा 4 के तहत दोषी करार दिया है और दोषी नीलू को उम्र कैद की सजा सुनाई है। जुलाई 2017 में 16 वर्षीय गुड़िया की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। उसका शव कोटखाई के हलाइला जंगल में नग्न अवस्था में बरामद हुआ था। इस वारदात से पूरा प्रदेश हिल गया था तथा कांग्रेस को सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी।
KBC में नन्हे आर्टिस्ट के डंका
दुखद घटनाओं के बीच केबीसी में अरुणोदय की एंट्री ने हर हिमाचली का दिल खुश कर दिया। बच्चा सोशल मीडिया में इस कदर वायरल हुआ कि बाहरी देशों के लोग भी उसके दीवाने बन गए। अरुणोदय की जिंदादिली के बिग बी भी कायल हुए। उन्होंने शो की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने इस 9 साल के बच्चे की जमकर तारीफ की है।