शिमला, 16 दिसम्बर : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने धर्मशाला के जोरावर मैदान में युवा कांग्रेस के प्रदर्शन के दोैरान पुलिस बल में युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदोपति ठाकुर व अन्य कुछ पदाधिकारियों के चोटिल होने पर दुख जताया है। उन्होंने पुलिस की इस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा है कि सरकार लोगों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।
लोकतंत्र में सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन व विरोध प्रदर्शन होते रहते है तथा इन पर किसी भी प्रकार का बल प्रयोग करना उनके अधिकारों का हनन है। उन्होंने इस घटना की जांच करने व लाठीचार्ज के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
राठौर ने बुधवार को पत्रकारों से अनौेपचारिक बातचीत में कहा कि सरकार प्रदेश में बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी से निपटने में पूरी तरह असफल साबित हो रही है। सरकार की न तो कोई दिशा है और न ही कोई दशा। खजाना खाली पड़ा है और सरकार चुनावों के मद्देनजर लोगों को हवा हवाई सपने दिखा रही हैं। घोषणाओं में घोषणाएं की जा रही है। सरकार कर्मचारियों को गुमराह कर लुभाने के पूरे प्रयास कर रही है। पुलिस कर्मचारियों की मांगों को दरकिनार कर दिया गया है। उनकी बात नहीं सुनी जा रही है तथा उनमें असंतोष फैला है।
राठौर ने आरोप लगाया कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार विपक्ष के सवालों से भागती रही। सदन की अधिकांश बैठकों से मुख्यमंत्री के नदारद रहने से साफ है कि विधानसभा सत्र के प्रति सरकार गम्भीर नहीं थी।
कुलदीप सिंह राठौर ने लखीमपुर कांड की एसआईटी रिपोर्ट में किसानों की हत्या को एक बड़ी साजिश घोषित करने पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा को तुरंत उनके पद से हटाने की मांग करते हुए कहा है कि इस हत्याकांड में शामिल उनके पुत्र सहित सभी अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के अन्नदाता पर जिस प्रकार से मोदी सरकार ने बर्बरता की है,उनके शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम कर उन्हें आतंकवादी तक बताया गया इसके लिए प्रधानमंत्री को देश के किसानों व लोगों से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।