शिमला, 14 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 100 मेधावी छात्रों को कोचिंग लेने के लिए सरकार एक-एक लाख रुपये देगी। शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए स्वर्ण जयंती सुपर 100 योजना के अंतर्गत मेधावी विद्यार्थियों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा के सभी उप निदेशकों को हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन की दसवीं कक्षा की मेरिट सूची में शीर्ष 3,000 में आने वाले छात्रों के नाम भेजने को कहा है। अनुदान के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2021 है।
स्कूल शिक्षा बोर्ड की वर्ष 2021 में हुई दसवीं कक्षा की परीक्षा परिणाम की मेरिट के आधार पर सुपर 100 का चयन वर्ष 2021-22 के लिए होगा। राज्य के सरकारी स्कूलों के केवल ग्यारहवीं और बारहवीं के छात्र ही इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं, जिसका उद्देश्य छात्रों को प्रमुख चिकित्सा, इंजीनियरिंग, प्रबंधन या सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों या एनडीए में जगह सुरक्षित करने में मदद करना है।
आवेदक को हिमाचल का वास्तविक निवासी होना चाहिए, और केंद्र के क्षेत्र में पांच साल के अनुभव के अधीन, पसंद के कोचिंग संस्थान का चयन करने के लिए स्वतंत्र होगा। कोचिंग संस्थान में न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी, और छात्रों को अपने स्कूलों में मासिक उपस्थिति प्रमाण पत्र जमा करना होगा।
इस योजना का पैसा इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि पर खर्च नहीं किया जा सकता है। शुरुआत में, 30,000 रुपये का भुगतान सीधे बैंक हस्तांतरण के माध्यम से किया जाएगा, जिसके लिए पात्र छात्रों को एक उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करना होगा। उच्च माध्यमिक छात्र जिन्होंने सरकारी स्कूलों से दसवीं कक्षा पास की है, उन्हें एचपी स्कूल बोर्ड की मेरिट सूची में शीर्ष 3,000 में होना चाहिए। अनुदान केवल कोचिंग शुल्क, इंटरनेट डेटा और अध्ययन सामग्री पर खर्च किया जा सकता है।
उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि इस योजना के तहत अधिकतम एक लाख रुपये की राशि किसी भी प्रतिष्ठित तकनीकी या व्यावसायिक संस्थान से इंजीनियरिंग, कानून, मेडिकल, प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी, एनडीए आदि में प्रवेश पाने के लिए विशेष कोचिंग प्राप्त करने के लिए दी जाएगी। विद्यार्थी हिमाचल प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
देश के वह कोचिंग संस्थान ही इस स्कीम के लिए पात्र होंगे, जिनके पास ऑनलाइन या ऑफलाइन कोर्स के क्षेत्र में 5 वर्ष से अधिक का अनुभव होगा। कहा कि प्रारंभ में तीस हजार रुपये की अग्रिम राशि चयनित विद्यार्थियों को दी जाएगी। उस राशि का स्कूल के मुखिया की ओर से उपयोगिता प्रमाण पत्र देने पर शेष राशि का भुगतान किया जाएगा।। शिक्षा निदेशक ने बताया कि यदि विद्यार्थी कोचिंग संस्थान से ऑफलाइन कोचिंग लेता है तो उसे नियमित तौर पर हर महीने अपना उपस्थिति प्रमाण पत्र प्रधानाचार्य के पास जमा करवाना होगा।