मंडी, 21 नवंबर : 12 वर्षों से बिस्तर पर पड़े दिव्यांग का अब स्वास्थ्य विभाग की टीम घर पर जाकर मेडिकल बनाएगी, जिसके बाद उसे पेंशन सहित अन्य सुविधाएं प्राप्त होगीं। धर्मपुर में आयोजित जनमंच के दौरान जब एक बुजुर्ग मां अपने दिव्यांग बेटे की दास्तां लेकर वहां पहुंची तो जनमंच की अध्यक्षता कर रहे जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने तुरंत प्रभाव से स्वास्थ्य विभाग को बुजुर्ग महिला के घर पर जाकर मेडिकल बनाने के आदेश जारी कर दिए।
अपने संबोधन में इस बात का जिक्र करते हुए महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि शत प्रतिशत दिव्यांग व्यक्ति को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल ला पाना संभव नहीं है, इसलिए विभाग की टीम उसके घर पर जाकर ही मेडिकल बनाएगी।
उन्होंने कहा कि जनमंच ऐसे लोगों के लिए ही बना है ताकि वे अपनी बात रख सकें और उनका समाधान करवा सकें। वहीं उन्होंने जनमंच के दौरान आई 44 शिकायतों और मांगों को सुना और उनमें से 30 का मौके पर ही निपटारा कर दिया, बाकी समस्याओं व मांगों को भी जल्द पूरा करने का भरोसा दिलाया।
क्षेत्र के पिपली गांव की निवासी फुलां देवी ने बताया कि 12 वर्ष पहले एक दुर्घटना में उसके बेटे को पूरी तरह से दिव्यांग बना दिया था। आज हालत ये है कि उसका दिव्यांग बेटा चलने-फिरने में पूरी तरह से असमर्थ है और बिस्तर पर ही उसकी सेवा करनी पड़ती है। न तो बेटे का आधार कार्ड बना है और न ही मेडिकल। जिस कारण पेंशन और सरकार की अन्य सुविधाओं का भी कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जनमंच के माध्यम से उसकी फरियाद सुनने के लिए फुलां देवी ने सरकार का आभार जताया है। वहीं गांववासी भी पिपली देवी के साथ उसकी बात रखने यहां आए थे जिन्होंने भी सरकार का आभार जताया है।