नाहन, 27 अक्तूबर : शहर की सड़कों की बदहाली बद से भी बदत्तर हो चुकी है। बुधवार को वो दिन आ गया, जब नेशनल हाईवे विंग ने अपने अधीन सड़क को तारकोल की चादर से ढकने का कार्य शुरू कर दिया। लेकिन इसी बीच देहली गेट के समीप सड़क की खुदाई देखकर हर किसी की नजर ठहर रही थी। मन में हर कोई ये सोच रहा था कि बमुश्किल सड़क की मरम्मत शुरू हुई है, दोबारा खुदाई न शुरू हो जाए। विडंबना ये भी है कि शहर की पेयजल योजना की पाइपें भी इसी सड़क के नीचे दबी हुई हैं।
शहरवासियों को एक बात समझनी होगी, वो ये कि शहर की सड़कों की मरम्मत व रखरखाव की जिम्मेदारी तीन दिशाओं में है। नेशनल हाईवे विंग की जिम्मेदारी केवल मुख्य मार्ग को संभालने की है। नेशनल हाईवे विंग ने साढ़े 5 करोड़ की लागत से दोसड़का से बनेठी तक टायरिंग के कार्य को शुरू कर दिया है। 12 नवंबर तक शहर के बीचोंबीच गुजरने वाले हाईवे को दुरुस्त करने का लक्ष्य तय किया है। उधर, हाल ही में लोक निर्माण विभाग ने शहर की सर्कुलर रोड़ पर बिछाई गई इंटरलाॅकिंग टाइलों की मरम्मत आनन-फानन में शुरू की थी। इसमें विभाग को खासी किरकिरी का सामना करना पड़ा था, क्योंकि स्थिति तस की तस है।
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सवाल उठता रहा है कि जब सर्कुलर रोड पर हाईवे ट्रैफिक चलता है तो विभाग ने इंटरलाॅकिंग टाइलें बिछाने पर करोड़ों रुपए क्यों खर्च कर दिए। खैर, शहर की अंदरूनी सड़कों की जिम्मेदारी नगर परिषद के पास है। फिलहाल, नगर परिषद ने अंदरूनी सड़कों की मरम्मत को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है। हालांकि, ये तर्क दिया जा रहा है कि टैंडर प्रक्रिया चल रही है।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में जलशक्ति विभाग के एसडीओ मनीत भारद्वाज ने कहा कि देहली गेट के समीप हाईडेंटस को लेकर सड़क खोदी गई थी, ताकि टायरिंग से पहले इस कार्य को पूरा कर दिया जाए। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि शहर की सड़कों को खोदने की नौबत नहीं आएगी, लेकिन लीकेज को लेकर सौ फीसदी गारंटी भी नहीं दी। बता दें कि बुधवार को हाईवे पर एचआरटीसी कार्यालय की तरफ जाने वाले संपर्क मार्ग से टायरिंग का कार्य शुरू हुआ है।
उधर, टायरिंग के दौरान मौके पर मौजूद एनएच विंग के अधिशाषी अभियंता अनिल शर्मा ने कहा कि साढ़े 5 करोड़ की लागत से 20 किलोमीटर टायरिंग होनी है। एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि इसकी मियाद पांच साल होगी। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के मकसद से वो न केवल खुद फील्ड में हैं, बल्कि पूरी टीम इस बात की तसल्ली कर रही है कि गुणवत्ता से कोई भी समझौता न हो।
टायरिंग का कार्य