शिमला, 03 अक्टूबर : लाहौल-स्पीति जिला स्थित सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अटल टनल रोहतांग पर्यटन का एक बड़ा केंद्र बन गई है। बड़ी तादाद में देश-विदेश के सैलानी इस टनल का दीदार करने पहुंच रहे हैं। बीते एक साल में छह लाख 59 हजार से अधिक वाहनों ने रोहतांग टनल को आर-पार किया है।
इस ऐतिहासिक टनल का लोकार्पण हुए रविवार को एक साल का समय पूरा हो गया है। तीन अक्तूबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल टनल देश को समर्पित की थी। अटल टनल रोहतांग से लाहौल जाना बेहद आसान हो गया है। इससे लाहौल-स्पीति घूमने जाने वाले सैलानियों के अलावा सेना को भी मदद मिली है।
प्रदेश पुलिस के एक प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि अटल टनल रोहतांग एक मील का पत्थर साबित हो रही है। बीते एक वर्ष के अन्दर अटल टनल में कुल 6,59,087 वाहनों का आवागमन दर्ज किया जा चुका है। इस अवधि में अधिकतम वाहनों का आवागमन जुलाई 2021 में दर्ज किया गया है जो 1,22,090 है।
उन्होंने कहा कि टनल के लोकार्पण के बाद वर्ष 2020 के अन्तिम तीन माह में ही 1,40,128 वाहनों का आवागमन दर्ज किया गया। पहली जनवरी 2021 में 02 अक्टूबर, 2021 तक टनल में 5,18,959 वाहनों का आवागमन दर्ज किया गया है। जबकि अक्तूबर 2020 में 57099, नवंबर में 38496, दिसंबर में 44533, जनवरी 2021 में 8295, फरवरी में 9934, मार्च में 62122, अप्रैल में 50905, मई में 14235, जून में 59739, जुलाई में सबसे अधिक एक लाख 22090, अगस्त में 95643, सितंबर में 90147 और दो अक्तूबर तक 5849 वाहन टनल से आर-पार हुए।
उल्लेखनीय है कि करीब नौ किलोमीटर लंबी अटल टनल रोहतांग एक बेहतर इंजीनियरिंग का नमूना है। इस टनल से जहां सर्दियों में करीब चार से पांच माह तक शेष दुनिया से सड़क मार्ग बन्द हो जाने के कारण आवागमन हेतु कट जाने वाली लाहौल घाटी अब पूरे वर्ष भर आवागमन के लिए खुल गई है, वहीं इस टनल निर्माण से लाहौल घाटी के पर्यटन व्यवसाय में भी काफी वृद्धि हुई है।