नाहन – जयपुर की राजमाता पदमिनी देवी के स्वागत के लिए शाही महल के बाहर लोगों की भारी भीड उमडी। सोमवार देर शाम चंडीगढ से वाया सडक मार्ग होते हुए राजमाता पदमिनी देवी अपने मायके नाहन पहुंची। राजमाता के यहां पहुंचने पर उनके दामाद नरेंद्र सिंह, शाही परिवार के सदस्य कंवर अजय बहादुर सिंह, कविता सिंह, अभय सिंह, कुंजना सिंह, संग्राम सिंह समेत शाही परिवार के अन्य सदस्यों व भारी संख्या में लोगों ने उनका स्वागत किया। पहाडी वाद्य यंत्रों के बीच राजमाता का स्वागत फूलों की बारिष के साथ किया गया। राजमाता पदमिनी देवी अपनी सुपुत्री दीया व नाती पदमनाभ व लक्ष्यराज के साथ यहां पहुंची। जबकि राजमाता के दामाद नरेंद्र सिंह रविवार को ही नाहन पहुंच गए थे। शाही महल की मुख्य सडक से राजमाता ने पैदल चल लोगों का अभिनंदन स्वीकार करते हुए शाही महल में प्रवेश किया। राजमाता के स्वागत के लिए शाही महल के बाहर लोगों की भीड करीब दो घंटे पहले ही साढे 5 बजे से जुटनी शुरू हो गई थी। राजमाता करीब साढे 7 बजे नाहन पहुंची। राजमाता पदमिनी देवी जैसे ही गाडी से उतरी तो हरेक शहरवासी उनके एक दीदार के लिए काफी उत्साहित नजर आया। राजमाता ने भी अपनी गाडी से उतरकर एक-एक शहरवासी का अभिनंदन स्वीकार करते हुए अपने सिरमौर प्रेम को भी दिखाया। राजमाता पदमिनी देवी को अपने बीच पाकर कई शहरवासी भावुक भी हो उठे। इस दौरान एक-एक कर बहुत सी महिलाओं के गले मिल राजमाता ने उनकी भावनाओं की कद्र करते हुए अपनेपन का अहसास करवाया। यह दृश्य ऐसा था कि मानों बरसो बाद राजमाता अपने परिवार के बीच हो। बाद में राजमाता ने महल में शाही परिवार के सदस्यों के साथ भी मुलाकात की। वहीं राजमाता के स्वागत के लिए शाही महल को भी दुल्हन की तरह सजाया गया।
Previous Articleचौगान मैंदान में एक साथ 108 हवन कुंडो में आहूति
Next Article जामूकोटी व कटाह शीतला की पालकियां रवाना