बिलासपुर,14 सितम्बर : नगर परिषद के पास कूड़े की व्यवस्था करने का संकट मुंह बनाए खड़ा है। डंपिंग साइट कोई है नहीं, जिसकी वजह से यह कूड़ा कहां जाए, इसके लिए नगर परिषद को स्वयं ही कोई हल नहीं सूझ रहा है। अब नगर परिषद शहर के घरों से एकत्रित किए गए कूड़े को गड्ढे में डाल कर दबा तो रही है, लेकिन यह भी कूड़े के निपटान का शत प्रतिशत सही तरीका नहीं पाया जा रहा। वहीं इस बात की जानकारी जैसे ही प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों को मिली त्यों ही बोर्ड के अधिकारियों ने भी नगर परिषद के इस कार्य को जाकर देखा व इस मामले में विभाग ने नगर परिषद को नोटिस जारी करने की तैयारी भी कर ली है।
सुबह जब नगर परिषद के कर्मचारी गोविंद सागर झील के किनारे गड्ढा डालकर कूड़ा डंप कर रहे थे, तभी प्रदूषण नियंत्रण विभाग के कनिष्ठ अभियंता मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मौके पर फोटो खींची व वीडियो भी बनाई। इन साक्ष्यों को कनिष्ठ अभियंता ने अपने विभाग के अधिशासी अभियंता के समक्ष रख दिया।
गोविंद सागर झील के किनारे शहर का कूड़ा डंप करने के चलते जैसे-तैसे धीरे-धीरे कूड़ा झील के पानी में समा रहा है, जिससे झील में रह रहे जीव-जंतुओं खासकर मछली पालन को नुकसान हो रहा है। पानी दूषित होने के कारण कई बार मछलियों के उत्पादन पर भी इसका विपरीत असर पड़ जाता है। इतना ही नहीं झील पर आधारित पेयजल योजना का जल भी दूषित होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। दूषित जल पीने से कई प्रकार के जल जनित रोगों के फैलने की संभावना भी बढ़ जाती है। गोविंद सागर झील के किनारे कूड़े की डेपिग को रोके जाना अति आवश्यक है।
मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया है। गोविंद सागर झील के किनारे गड्ढा खोदकर उसमें कूड़ा डंप किया जा रहा था। जोकि गलत है। विभाग नगर परिषद बिलासपुर को इस संदर्भ में नोटिस जारी करेगा ताकि झील का पानी दूषित न हो। नगर परिषद बिलासपुर के पास वर्तमान समय में अपनी कोई भी कूड़ा डंपिंग साइट नहीं है। जहां पर गत 40 वर्षों से नगर परिषद शहर का कूड़ा डंप करती थी वहां पर स्थानीय लोगों के विरोध के चलते उस साइट को बंद कर दिया गया है।
जिला प्रशासन के साथ भी इस संदर्भ में बैठक हुई थी लेकिन अभी तक कोई भी सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आए हैं। डंपिंग साइट न होने के चलते नगर परिषद बिलासपुर शहर के घर-घर से एकत्रित सूखे कूड़े को ए.सी.सी. बरमाणा भेजती है, जबकि गीले कूड़े को घुमारवीं स्थित पिगरी फार्म में भेजा जाता है। अगर नगर परिषद बिलासपुर के कर्मचारियों द्वारा गोविंद सागर झील के किनारे गड्ढा खोद कर कूड़ा डंप किया जा रहा था तो इसकी जांच की जाएगी। साथ ही इसके लिए उन्हें सख्त हिदायत दी जाएगी कि भविष्य में इस तरह कूड़ा डंप न करें।