शिमला, 26 अगस्त : हरियाणा के बाद हिमाचल प्रदेश में गोरखधंधा शब्द को प्रतिबंधित करने की मांग उठी है। चंडीगढ़ भाजपा महासचिव रामबीर भट्टी एवं अखिल भारतीय योगी नाथ अध्यक्ष समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी तेजपाल सिंह ने बुधवार को प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को शिमला में एक ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई है कि हरियाणा की तरह हिमाचल सरकार भी महायोगी गुरु गोरक्षनाथ के नाम पर प्रचलित गोरखधंधा शब्द को हिमाचल में भी बैन किया जाए।
भाजपा नेता रामबीर भट्टी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनके निवेदन पर तुरंत मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि हिमाचल प्रदेश में भी गोरखधंधा शब्द को बैन कर दिया जाए और इसकी गैजेट नोटिफिकेशन भी निकाली जाए। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एवं मंत्री वीरेंद्र कंवर का आभार जताया है।
भट्टी ने कहा कि गोरखधंधा शब्द का गलत, अनैतिक तरीके से प्रयोग कर नाथ संप्रदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और सामाजिक सौहार्द को खतरा पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। कहा कि गुरु गोरखनाथ जी ने रसशास्त्र की रचना की जिसे नाथ संप्रदाय में गोरखकीमिया के नाम से जाना जाता है। हिमाचल में भी सभी 12 जिलों में इस समुदाय के लोग रहते है और इस मांग से उनकी भावनाएं भी जुड़ी है।