शिमला (एमबीएम न्यूज): पूर्व डीजीपी डीएस मिन्हास व उनकी पत्नी अंजू मिन्हास को बेटे अमिल मिन्हास के संस्थान में कथित फर्जीवाड़े में षडयंत्र का आरोपी बनाया गया है। एसआईटी ने इस बारे जांच पूरी कर ली है। इसी के आधार पर पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि अमिल मिन्हास के खिलाफ आईपीसी की धारा-420, 465, 468 व 471 के तहत मुकदमा बनता है, जबकि उनके माता-पिता, जो एलबेट एजुकेशनल व वैलफेयर ट्रस्ट के ट्रस्टी थे, के खिलाफ 120बी का मामला बनता है।
एसपी डी डब्ल्यू नेगी के मुताबिक चालान को समीक्षा के बाद जेएमआईसी (3) की अदालत में आज पेश कर दिया गया है। गौरतलब है कि 21 अक्तूबर 2015 को हिमाचल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार पंकज ललित की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ था। मामला पूर्व डीजीपी से जुड़ा होने के कारण जांच की जिम्मेदारी एसआईटी को सौंपी गई थी।
क्या है मामला?
ऊना के लोअर बसाल में आईआईएमटी नर्सिंग कॉलेज खोला गया। इसके चेयरमैन पूर्व डीजीपी के बेटे अमिल मिन्हास थे। नर्सिंग काऊंसिल ऑफ इंडिया ने मान्यता को लेकर खुद की तरफ से जारी पत्र को फर्जी करार दिया था। एचपी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. पंकज ललित ने पुलिस को बताया था कि एलबेट एजुकेशन एंड वैलफेयर ट्रस्ट ने बीएसई नर्सिंग कोर्स की मान्यता हासिल करने के लिए फर्जी प्रमाणपत्र दिए हैं।