नाहन, 17 अगस्त : 6 अगस्त 2021 को पांवटा साहिब-शिलाई-गत्ताधार मार्ग पर दोपहर 12 बजे के आसपास 20 प्राणों की रक्षा करने वाले निजी बस चालक सतपाल को राज्य स्तरीय पुरस्कार मिला है। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी के सेरी मंच से सतपाल को नकद राशि, स्मृतिचिन्ह व प्रशस्ति पत्र से नवाजा। लाजमी तौर पर इससे बस चालक की हौंसला अफजाई हुई है।
यमराज को सामने देखकर भी सतपाल विचलित नहीं हुआ। वो अपने प्राणों की चिंता को छोड़ उस समय बस कीे ब्रेक को दबाए हुए था, जब बस किसी भी पल गहरी खाई में लुढ़क सकती थी। उल्लेखनीय है कि पांवटा साहिब से गत्ताधार जा रही निजी बस का अचानक ही पट्टा टूट गया। इसके बाद बस अनियंत्रित होकर खाई की तरफ लटक गई थी। रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना के दौरान बस में लगभग 20 यात्री सफर कर रहे थे।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने चालक की सूझबूझ की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद ट्रांसपोर्ट विभाग ने आरटीओ से रिपोर्ट तलब की थी। रिपोर्ट के बाद ही चालक को राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित करने का फैसला हुआ था। उल्लेखनीय है कि बस के खाई की तरफ लटकने के बाद सतपाल ने बस की ब्रेक को दबाए रखा। साथ ही बस की हैंड ब्रेक को भी पूरी ताकत से खींचा हुआ था।
Himachal : 120 सैकेंड तक सामने थी मौत, पांव-हाथ से थामे रखी ब्रेक, 20 के प्राणों की रक्षा…
हालांकि चंद रोज पहले भी चंबा जिला से एक निजी बस के खाई की तरफ लटकने की तस्वीरें सामने आई थी। लेकिन सिरमौर के शिलाई-रोहनाट मार्ग की इस घटना से पहले शायद ही ऐसी तस्वीरें सामने आई होंगी। उल्लेखनीय है कि बड़वास के समीप भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हाईवे को बहाल करने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले पोकलेन पायलट मनोज ठाकुर को पांवटा साहिब के उपमंडल स्तरीय कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।