देश में दिनोंदिन बढ़ रही किसानों की समस्याओं के समाधान को लेकर नाहन में भारतीय किसान यूनियन द्वारा एक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन नरेन्द्र सिंह टिकैत ने की।। सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश सहित अन्य 7 राज्यों के प्रदेशाध्यक्ष समेत हिमाचल के विभिन्न जिलों के अध्यक्षों व किसानों ने हिस्सा लिया।। यह पहला मौका है कि जब किसानों की समस्याओं को लेकर हिमाचल प्रदेश में इस तरह का कोई सम्मेलन आयोजित किया गया हो। । किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु आयोजित इस सम्मेलन में उपेक्षा के मुताबिक किसान नहीं जुटे। ऐसे में भारतीय किसान यूनियन का यह सम्मेलन सफल साबित नहीं हो पाया। । हैरानी की बात तो यह रही कि इस सम्मेलन में अधिकतर किसान बाहरी राज्यों व जिलों से शरीक हुए लेकिन स्थानीय जिला सिरमौर से नाममात्र के ही किसान जुटे। । यूनियन का मानना है कि केन्द्र सरकार व विभिन्न राज्यों की सरकारों की नाकामी के चलते आज किसान कर्ज के बोझ तले दब रहा है और यही कारण है कि किसानों को मजबूरन आत्महत्या करने को विवश होना पड़ रहा है।। यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का किसान बदहाली से गुजर रहा है। किसानों के उत्थान हेतु कोई ठोस कार्य प्रदेश सरकार द्वारा नहीं किए जा रहे हैं। ।साथ ही उन्होंने कहा कि कई अन्य राज्यों की तरह हिमाचल में भी किसानों को फसलों के समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहे हैं।।