संगड़ाह, 12 अगस्त : विकास खंड के अंतर्गत आने वाली रेड़ली पंचायत में पिछले 35 साल से पशुशाला में रह रही पुनो देवी को स्थानीय पंचायत गरीब मानने को राजी नहीं है। हैरान करने वाली बात यह है कि महिला को न तो अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान स्वीकृत हुआ और न ही पंचायत द्वारा तैयार की गई बीपीएल सूची में उनका नाम शामिल किया गया। बीपीएल की लिस्ट तीन दिन पहले ही तैयार हुई है।
पंचायत द्वारा तैयार बीपीएल सूची मे कईं असली गरीब शामिल न होने को लेकर स्थानीय दिव्यांग देवेंद्र सिंह द्वारा एसडीएम संगड़ाह को लिखित शिकायत सौंपी जा चुकी है। देवेंद्र सिंह की मानें तो पंचायत में असली गरीबों को बजाय कुछ प्रभावशाली लोगों को बीपीएल में शामिल किया गया। पुनो देवी नामक 70 वर्षीय उक्त महिला जोड़ों में दर्द के चलते काम करने में सक्षम नहीं है और करीब 850 की मासिक पेंशन के सहारे इनकी दो वक्त की रोटी चल रही है। एक गाय व एक बकरी के साथ पशुशाला मे रह रही इस वृद्धा को जवान बेटी की शादी की चिंता भी ने सताए जा रही है।
पिछले पंचायत चुनाव के दौरान हालांकि एक उम्मीदवार द्वारा इन्हें वोट डालने के लिए पीठ पर उठा कर लाया गया, मगर वर्तमान पंचायत प्रधान के अनुसार उन्हें यह याद नहीं है। मीडिया की सुर्खियां बटोरने के शौकीन क्षेत्र के नेता भी पुनो देवी के विषय को लेकर प्रतिक्रिया देने को राजी नहीं है।
पंचायत सचिव चंपा देवी तथा प्रधान ने कहा कि, रविवार को हुई ग्राम सभा की बैठक में पुनो देवी उपस्थित नहीं हुई और न ही किसी ने उनका नाम प्रपोज अथवा प्रस्तावित किया। इस मामले की एसडीएम से शिकायत कर चुके देवेंद्र सिंह ने कहा कि, अपने वाहन रखने वाले कुछ लोग भी बीपीएल में हैं तथा पंचायत सचिव व प्रधान उनकी बात को अनसुना कर रहे हैं।
एसडीएम संगड़ाह डॉ विक्रम नेगी ने बताया कि, देवेंद्र सिंह नामक शख्स द्वारा की गई बीपीएल सूची संबंधी की शिकायत को आगामी कार्यवाही के लिए बीडीओ संगड़ाह को भेजा गया है। कार्यवाहक बीडीओ संगड़ाह हरमेश ठाकुर ने कहा कि, विभाग हालांकि बीपीएल सूची में चयनित किए गए अपात्र लोगों के नाम काट सकता है, मगर पुनो देवी अथवा किसी अन्य शख्स का नाम शामिल करने के लिए केवल ग्राम सभा ही अधिकृत है।