सोलन (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की परीक्षाओं में हुई कथित तौर पर धांधली के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बैंकिंग परीक्षा प्रतियोगियों ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले प्रदेश के राज्यपाल को उपायुक्त सोलन के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है। इसमें मांग की गई है कि राज्य सहकारी बैंक परीक्षाओं में हुई कथित धांधलियों की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। साथ ही 15 फरवरी, 2016 को रखे गए साक्षात्कार पर भी तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले सोलन जिला के बैंकिंग अभ्यार्थियों ने हिमाचल प्रदेश राज्य सरकारी बैंक परीक्षा में कथित तौर पर हुई धांधलियों को लेकर आवाज बुलंद कर दी है। एबीवीपी ने प्रदेश सरकार को चेताया है कि यदि इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करवाई गई तो प्रदेशव्यापी आंदोलन का बिगुल बजा दिया जाएगा। शनिवार को बैंकिंग प्रतियोगियों ने एबीवीपी के बैनर तले उपायुक्त सोलन के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा है।
इसमें बैकिंग प्रतियोगी बाला कुमारी ने लिखा है कि 13 दिसंबर, 2015 को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला द्वारा एचपीएससीबी की परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधलियां हुई है जोकि परीक्षा परिणाम सबसे बड़ा साक्ष्य है। उन्होंने कहा कि उक्त परीक्षा को पहले आईबीपीएस द्वारा आयोजित की जाती थी,लेकिन इस वर्ष यह स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा करवाई गई थी।इन परीक्षाओं में सरकार के चहेतों को गैर कानूनी तरीके से उत्तीर्ण करवाया गया है।
बैंकिंग प्रतियोगिी बाला कुमारी ने राज्यपाल से मांग की है कि उक्त मामले की किसी निष्पक्ष एजेंसी द्वारा जांच करवाई जाए। साथ ही 15 फरवरी, 2016 को रखे गए साक्षात्कार को भी अविलंब रोका जाए। परीक्षा अभ्यर्थी बाला कुमारी ने यह भी मांग की है कि भविष्य में सहकारी बैंकों तथा अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं को ऑन लाईन करवाया जाए। इसमें समय तीन घंटे न रखकर 2 घंटे रखा जाए। साथ ही नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान किया जाए, ताकि इस तरह की धांधलियों को रोका जा सके।