शिमला, 02 अगस्त : हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश का कहर जारी है। बरसात के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन से 218 सड़कें बंद हैं। शिमला में 87, मंडी में 70, कुल्लू में 33, हमीरपुर में आठ, कांगड़ा में सात, सिरमौर में पांच, चंबा में चार, लाहौल-स्पीति में तीन और उना में एक सड़क अवरूद्व है। इसके अलावा पानी की 46 स्कीमें प्रभावित रहीं। वहीं 14 मकानों, 8 घरों और एक दुकान भी क्षतिग्रस्त हुई।
सोमवार को शिमला में एक व्यक्ति की बहने से मृत्यु हुई । व्यक्ति का शव बरामद कर लिया गया है। मानसून सीजन के दौरान वर्षा जनित घटनाओं में अब तक 214 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार मानसूनी बारिश के कारण 110 मौतें सड़क हादसों में हुई हैं। भूस्खलन से 21, फलैश फलड व बादल फटने की घटनाओं में नौ, नदी-नालों में बहने व डूबने से 19, आगजनी में दो, सर्पदंश में सात, करंट लगने से चार, फिसलने व गिरने से 27 तथा अन्य कारणों से 14 लोगों की जान गई है।
इस बीच राजधानी शिमला सहित अधिकांश भागों में सोमवार को भी रूक-रूक कर बारिश का दौर चला। बीते 24 घंटों के दौरान पालमपुर में 30, बिजाई व नगरोटा सूरियां में 24-24, सियोबाग में 19, अंब में 18, नादौन में 17, धर्मपुर में 12, काहू में 10, सुजानपुर टीहरा में नौ मिली बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने एक सप्ताह तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई है। राज्य के मैदानी व मध्य पर्वतीय इलाकों में चार और पांच अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। विभाग ने इन क्षेत्रों में व्यापक बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने खराब मौसम के मददेनजर लोगों व पर्यटकों को नदी-नालों से दूरी बनाए रखने का परामर्श दिया है। उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति एवं किन्नौर को छोड़कर शेष सभी 10 जिलों के कुछ स्थानों में चार व पांच अगस्त को भारी बारिश होने की आशंका है।