नाहन (एमबीएम न्यूज़) : जिला सिरमौर शतरंज संघ एंव सिरमौर ब्रेन चैस अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में सिल्वर बैल्स स्कूल नाहन में शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। नन्हें-मुन्ने बच्चों में शतरंज के प्रति लगाव बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू हुई इस प्रतियोगिता का शुभारंभ स्कूल के सेक्रेटरी परितोष चौहान ने किया। इस मौके पर उन्होंने भी शतरंज बोर्ड पर कई चाले चली। प्रतियोगिता में तबस्सुम ने चीफ आर्बीटर की भूमिका निभाई।
इस मौके पर युवा खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए परितोष चौहान ने कहा कि शतरंज खेलने वाले का मानसिक व बौद्धिक विकास होता है। इसलिए शतरंज मात्र एक खेल नहीं है, बल्कि एक विषय भी है जिससे स्कूली छात्र बहुत कुछ ग्रहण कर सकते हैं। परितोष चौहान ने कहा कि जल्द ही स्कूल जिला व राज्यस्तरीय शतंरज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें जिला सिरमौर शतरंज संघ का पूरा सहयोग लिया जाएगा।
संघ महासचिव आशीष ठाकुर ने कहा कि सिरमौर चैस संघ का उद्देश्य हर व्यक्ति तक शतरंज के खेल को पहुंचाना है। माना जाता है कि एक पांच साल के बच्चे का मस्तिष्क पूर्ण विकसित हो जाता है। जिसे दखते हुये शतरंज संध प्रयासरत है कि नन्हें-मुन्ने बच्चों तक शतरंज पहुंचाई जाए। आशीष ठाकुर ने बताया कि यह खुशी की बात है कि सिल्वर बैल्स पब्लिक स्कूल प्रदेश का पहला ऐसा स्कूल बन गया है जहां प्री नर्सरी से शतरंज खेल की कक्षाएं विशेष रूप से शुरू की गई हैं।
संघ महासचिव आशीष ठाकुर ने कहा कि सिरमौर चैस संघ का उद्देश्य हर व्यक्ति तक शतरंज के खेल को पहुंचाना है। माना जाता है कि एक पांच साल के बच्चे का मस्तिष्क पूर्ण विकसित हो जाता है। जिसे दखते हुये शतरंज संध प्रयासरत है कि नन्हें-मुन्ने बच्चों तक शतरंज पहुंचाई जाए। आशीष ठाकुर ने बताया कि यह खुशी की बात है कि सिल्वर बैल्स पब्लिक स्कूल प्रदेश का पहला ऐसा स्कूल बन गया है जहां प्री नर्सरी से शतरंज खेल की कक्षाएं विशेष रूप से शुरू की गई हैं।
उधर नन्हें-मुन्नों के बीच प्रतिस्पर्धा का दौर जारी था। सभी शतरंज खिलाड़ी एक-दूसरे को मात देने में जुटे थे। इस अवसर पर सिरमौर शतंरज संघ के प्रैस सचिव हेमंत कंवर विशेष रूप से उपस्थित थे।