शिमला, 26 जुलाई : हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर विवाद सुलझ गया है। आरएम शिमला के तबादले को निरस्त करने की मांग कर रहे एचआरटीसी के चालक-परिचालक अब हड़ताल पर नहीं जाएंगे। बड़ी बात ये है कि एचआरटीसी प्रबंधन ने तब्दील किए गए आरएम शिमला के तबादले को निरस्त नहीं किया है।
प्राइवेट बस ऑपरेटर एचआरटीसी विवाद के बीच हुए तबादलों के बाद शिमला लोकल के नए आरएम जेपी शर्मा ने सोमवार को ज्वाइन कर लिया है। वहीं आरएम शिमला रहे देवासने नेगी मंगलवार को नेरवा में अपनी ज्वाइनिंग देंगे।
इस बीच आर.एम ट्रांसफर से चालक-परिचालकों व निगम प्रबंधन के बीच शुरू हुआ विवाद शांत हो गया है। परिवहन मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर के आश्वासन के बाद चालक परिचालक संतुष्ट है। हालांकि आर.एम का तबादला मंत्री ने नहीं रोका है। निगम चालक-परिचालकों की यूनियन व अन्य यूनियन पदाधिकारियों को परिवहन मंत्री ने ऊना में एक बैठक के लिए बुलाया था।
जहां यूनियन पदाधिकारियों की विभिन्न मांगों पर मंत्री से चर्चा हुई। इस दौरान यूनियन पदाधिकारियों ने चालक परिचालकों के साथ रूट टाइमिंग को लेकर निजी बस चालकों परिचालकों के साथ रोजाना हो रही लड़ाइयों सहित अन्य मांगों को भी प्रमुखता से रखा।
एचआरटीसी ड्राईवर्ज यूनियन यूनियन के प्रधान मान सिंह ठाकुर ने बताया कि अब वह हड़ताल पर नहीं जाएंगे और बस सुविधा लोगों को पहले की तरह दी जाएगी। निजी बस ऑपरेटरों के साथ रूट पर जाने के दौरान होने वाली लड़ाइयां और विवादों पर परिवहन मंत्री ने विश्वास दिलाया कि वह उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है और यदि किसी भी प्रकार की परेशानी रूट पर आती है तो इसकी जानकारी उन्हें व एमडी एचआरटीसी को फोन पर दें।
उन्होंने बताया कि परिवहन मंत्री के साथ उनकी सभी मांगो को लेकर बैठक हुई है। जिस पर परिवहन मंत्री ने विश्वास दिलाया है कि जल्द ही उनकी मांगे पूरी होगी। वहीं जितनी भी देनदारियां कर्मचारियों की है वह भी जल्द ही कर्मचारियों को मिलेगी।