शिमला, 19 जुलाई : रेड अलर्ट के बीच प्रदेश में हो रही व्यापक बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सोमवार को भारी बारिश की वजह से प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन हुआ, जिससे सात नेशनल हाईवे सहित 382 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। लोकनिर्माण विभाग के मुताबिक मंडी जोन में सर्वाधिक 227 सड़कें बंद हैं। कांगड़ा जोन में 62, शिमला जोन में 49, हमीरपुर जोन में 37 सड़कें बंद हैं।
इसके अलावा शाहपुर जोन में छह और शिमला जोन में एक नेशनल हाईवे भी बंद रहा। लोकनिर्माण विभाग ने बंद सड़कों को खोलने के लिए मशीनरी तैनात कर दी है और संभावना जताई है कि एक-दो दिन में 300 के करीब सड़कों को बहाल कर दिया जाएगा। विभाग ने सड़कों को बहाल करने में 352 जेसीबी, डोजर और टिप्पर तैनात किए हैं। मानसून सीजन में भारी बारिश के कारण लोकनिर्माण विभाग ने 16205.79 लाख का नुकसान आंका है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। इसे लेकर 10 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। 23 जुलाई तक राज्य में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान कांगड़ा जिला के पालमपुर में सर्वाधिक 230 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा देहरा गोपीपुर में 185, घुमरूर में 165, सुजानपुर टीहरा में 156, बरठी में 134, गुलेर में 124, जोगेंद्रनगर में 112, बिलासपुर में 104, अंब में 98, बंजार में 92, बैजनाथ में 90, नादौन व नगरोटा सूरियिं में 89, बिजाही में 86, भराडी में 85, हमीरपुर में 77, मैहरे में 76, पांवटा साहिब में 72, उना में 71, धर्मशाला में 64, भोरंज में 61, कांगड़ा में 59, मंडी व झंडुता में 50, बलद्वारा में 48, सुंदरनगर में 37 और नैना देवी में 35 मिमी बारिश हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि लाहौल-स्पीति एवं किन्नौर को छोड़कर अन्य 10 जिलों में 23 जुलाई तक मूसलाधार बारिश का अलर्ट रहेगा। 25 जुलाई तक राज्य में मौसम खराब रहेगा।