बिलासपुर, 18 जुलाई : विद्युत बोर्ड के ढुलमुल रवैये की वजह से लोगों की जान जोखिम में पड़ने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा घटनाक्रम में कोठीपुरा के चंगर पलासणी गांव में खेतों में काम कर रही एक बुजुर्ग महिला अपेक्षाकृत कम ऊंचाई से गुजर रही बिजली की 33 केवी हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस गई।
हालांकि संबंधित परिवार ने करीब एक वर्ष पूर्व विद्युत बोर्ड से इस लाइन की ऊंचाई बढ़ाने का आग्रह किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। करंट से झुलसी महिला को परिजनों ने चांदपुर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचाया, जहां से उसे आईजीएमसी रैफर कर दिया गया। महिला के बेटे की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
चंगर पलासणी निवासी नरेंद्र सिंह द्वारा पुलिस में दर्ज करवाई गई शिकायत के अनुसार उनके घर से करीब 50 फीट की दूरी पर बिजली की 33 केवी हाई वोल्टेज लाइन गुजरती है। वहां उनकी मलकियत जमीन है, जिसमें वे खेतीबाड़ी करते हैं। बिजली की लाइन की ऊंचाई बेहद कम है। खेतों में इन दिनों मक्की की फसल है। उसके पौधे भी तारों को छू जाते हैं, जिससे अप्रिय हादसा होने का खतरा हमेशा रहता है।
करीब एक साल पहले उसके चाचा भंडारी राम वर्मा ने विद्युत बोर्ड के पास लिखित रूप में उक्त लाइन की ऊंचाई बढ़ाने का आग्रह किया था, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। नरेंद्र के अनुसार गत शनिवार शाम करीब 7 बजे परिवार के सभी सदस्य खेतों में काम कर रहे थे। उसकी माता (73) द्रोपदी देवी एक खेत में बाड़ लगा रही थी, जबकि बाकी सदस्य अन्य खेतों में थे।
इसी दौरान बिजली की स्पार्किंग की जोरदार आवाज आई। चाचा भंडारी राम के शोर मचाने पर सभी लोग वहां पहुंचे। वहां खेत में उसकी माता द्रोपदी गिरी हुई थी। 33 केवी की हाई वोल्टेज लाइन का करंट लगने से उनके हाथ और पैर बुरी तरह से झुलस गए थे। उन्हें चांदपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां से फस्र्ट एड के बाद उन्हें शिमला रैफर कर दिया गया।
आईजीएमसी में वह इमरजेंसी वार्ड में उपचाराधीन हैं। नरेंद्र का कहना है कि यह हादसा विद्युत बोर्ड की लापरवाही के कारण हुआ है। लिहाजा विभाग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उधर, डीएसपी हेडक्वार्टर राजकुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।