सोलन, 09 जुलाई : महर्षि मारकंडेश्वर (MMU) अस्पताल सोलन एनएबीएच (NABH) मान्यता प्राप्त करने वाला हिमाचल प्रदेश का दूसरा अस्पताल बन गया है। इससे पहले कांगड़ा का फोर्टिस अस्पताल एक मात्र ऐसा अस्पताल था, जिसे एनएबीएच की मान्यता प्राप्त थी। यह हिमाचल प्रदेश का एकमात्र मेडिकल कॉलेज है, जिसे एनएबीएच द्वारा मान्यता प्राप्त है।
एनएबीएच (National Accreditation Board for Hospitals ) देश का सर्वोच्च निकाय है, जो अस्पतालों की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की निगरानी करता है। बहुत कम शीर्ष अस्पताल इसके द्वारा मान्यता प्राप्त हैं।
महर्षि मारकंडेश्वर 810 बिस्तरों वाला तृतीयक देखभाल अस्पताल है। यहां सामान्य चिकित्सा, सामान्य सर्जरी, प्रसूति और स्त्री रोग, बाल रोग, हड्डी रोग, नेत्र विज्ञान, ईएनटी, त्वचाविज्ञान, मनोचिकित्सक, श्वसन चिकित्सा, कार्डियोलॉजी, दंत चिकित्सा,मूत्रविज्ञान जैसी सभी सेवाएं उपलब्ध है। रेडियोलॉजी द्वारा समर्थित सीटी स्कैन (128-स्लाइस), एमआरआई (1.5 टेस्ला), अल्ट्रासोनोग्राफी, एक्स-रे सभी लैब पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी और आरटी-पीसीआर लैबभी इस अस्पताल में शामिल है।
24 घंटे आपातकालीन और अच्छी तरह से गहन देखभाल इकाइयां,10 ऑपरेशन थिएटर और श्रम कक्ष सेवाएं भी है। अस्पताल सोलन, सिरमौर और शिमला जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न स्वास्थ्य शिविरों (अब तक लगभग 250 स्वास्थ्य शिविर) का आयोजन करके समुदाय की सेवा करता है।
अस्पताल में राज्य के लगभग 1000 कोविड पॉजिटिव रोगियों का इलाज किया है। अस्पताल बहुत कम लागत पर रोगियों का इलाज करता है और रोगियों को मुफ्त उपचार प्रदान करने के लिए आयुष्मान भारत, हिमकेयर, हिमाचल प्रदेश सरकार, ईसीएचएस और एसआई के साथ सूचीबद्ध है।