धर्मशाला, 8 जुलाई : हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज से 5 साल के मासूम अमित कुमार के प्लास्टिक के डंडे ने कमाल किया है।करीब 30 सेकंड के इस वीडियो में वो पर्यटकों से बार-बार यही सवाल पूछता नजर आ रहा है कि मास्क क्यों नहीं पहना, अब यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद अमित कुमार हीरो बन गया है।
गुब्बारे बेचने वाले माता -पिता के लाडले ने मास्क की जागरूकता को लेकर ऐसी अलख जगाई है कि हर कोई उसे सलाम ठोक रहा है। पुलिस कर्मियों ने जहां अमित की पीठ थपथपाई तो कई लोग लाड में उसे गोदी में भी उठा रहे हैं। पता चला है, कि पांच साल के मास्टर अमित के माता-पिता मैक्लोडगंज में गुब्बारे बेचने का काम करते हैं।
मध्यम व धनाढ़य वर्ग के लोग तो कोविड संक्रमण के डर से अपने बच्चों को घरों में ही समेटे हुए हैं। वही गरीब दंपति की बच्चो को घर से बाहर ले जाना मज़बूरी है, क्योंकि वो बखूबी जानता है कि अगर गुब्बारे नहीं बिके तो रोटी नसीब नहीं होगी, ऐसे में नन्हा बालक भी अपने माता-पिता के साथ बाजार में निकला हुआ था। खास बात ये है कि बच्चे ने सही तरीके से मास्क भी पहना हुआ था। शायद, अब वो लोग भी शर्मिंदा हो रहे होंगे, जिन्हे बच्चा मास्क पहनने के लिए टोक रहा था।
रोचक बात यह थी कि बुधवार को कई मीडिया कर्मी बच्चे की बाइट लेने पहुंचे तो उन्हें भी अपने घुटनों के बल बैठना पड़ा, क्योंकि अमित का कद इतना ऊंचा नहीं था, कि वह आमने-सामने बात कर सकता, लेकिन जागरूकता में अमित ने एक ऐसी सोच दिखाई है जो वास्तव में गजब है। देश के कई हिस्सों में वीडियो को देखने के बाद लोग ये मांग भी कर रहे हैं कि क्यों न मास्टर अमित कुमार को ही हिमाचल प्रदेश में जागरूकता का एंबेसडर बना दिया जाए।
अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन नगरी के तौर पर पहचान रखने वाले मैक्लोडगंज में अब अमित परिचय का मोहताज नहीं रह गया। हर कोई उसे प्यार की नजर से देख रहा है। कोई उसे टॉफी तो कोई उसे चॉकलेट ऑफर कर रहा है। खुद अमित को इस बात का अंदाजा नहीं है कि उसकी मासूमियत ने उसे महज पांच साल की उम्र में हीरो बना दिया है।
खासकर उन लोगों को बड़ा सबक दे दिया है जो वैश्विक महामारी में लापरवाही बरतने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते। खैर, पुलिस के साथ-साथ आम लोग भी अमित को सैल्यूट कर रहे हैं।