मंडी, 29 जून : बरसात के मौसम में मंडीवासियों को ऊहल परियोजना से निर्बाध पेयजल आपूर्ति के लिए जल शक्ति विभाग ने एक नई तकनीक अपनाकर सिस्टम को अधिक चाक चौबंद किया है। इससे अब बारिश में जल स्तर बढ़ने व गाद आने से पेयजल आपूर्ति के बार-बार बंद होने की समस्या से निजात मिल जाएगी।
जल शक्ति विभाग, उपमंडल-एक, मंडी के सहायक अभियंता भानू प्रताप सिंह ने इस बारे बताया कि शहर के लिए निर्मित पेयजल योजना के मुख्य स्त्रोत ऊहल नदी से जलापूर्ति को बनाई गई ट्रेंच वेयर बरसात के मौसम में जल स्तर बढ़ने व गाद आने से बार-बार बंद हो जाती थी। इस समस्या के वैज्ञानिक समाधान के लिए विभाग ने एक नई तकनीक अपनाई है, जो पूरी तरह सैंसर आधारित व स्वचलित है।
इसके जरिए जल स्तर बढ़ने पर बिना किसी मानव सहायता के ट्रेंच वेयर के गेट बंद हो जाएंगे। जिससे चैंबर में गाद भरने की समस्या से निजात मिलेगी। इसके प्रयोग से जल स्तर बढ़ने से पहले ही ट्रेंच वेयर के गेट बंद हो जाएंगे और जल स्तर कम होने पर ये गेट स्वतः खुल जाएंगे, इससे पेयजल आपूर्ति के बार-बार बंद होने की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग ने इस सैंसर आधारित व्यवस्था का सफल परीक्षण कर लिया है और इसे पूरी तरह कारगर पाया गया है।