केलांग, 20 जून : हिमाचल प्रदेश के भागौलिक दृष्टि से सबसे बड़े जिले और जनजातीय क्षेत्र लाहुल स्पिति में अब सदियों बाद पहली बार में 24 घंटे पीने के पानी की आपूर्ति होगी। ऐतिहासिक अटल टनल बनने के बाद लाहुल स्पिति पर्यटन उद्योग के रूप में उभर रहा है। हजारों पर्यटक यहां पर रोजाना पहुंच रहे है। ऐसे में चोबीस घंटे पानी की सुविधा से पर्यटन कारोबार के लिए मील का पत्थर साबित होगी। सर्दियों में पानी की अब कोई किल्लत लाहुल स्पिति के केंलाग क्षेत्र के लोगों को नहीं सताएगी।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने 2021-22 में इस योजना के लिए में 2.6 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है। लाहौल स्पीति के केलांग में सबसे 24 घंटे पानी की आपूर्ति की योजना (एंटी फ्रीज वाटर सप्लाई सिस्टम ) को अमलीजामा पहनाया जाएगा।
इसके बाद जिले के अन्य हिस्सों में इसी तरह पानी पहुंचाने का योजना है। लाहौल स्पीति जोकि छह से सात महीने तक बर्फ से ढका रहता है। यहां पर सर्दियों में तापमान माइनस 60 सेल्सियस तक पिछले कुछ वर्षो में रिकार्ड किया गया है। लेकिन सबसे बड़ी किल्लत यहां पर लोगों को पानी की आपूर्ति की होती थी यहां पर प्राकृतिक स्त्रोत भी केंलाग के आसपास काफी कम है। ऐसे में पानी को लाने के लिए लोगों को काफी संघर्ष करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों की पिछले कई वर्षो से मांग थी। लेकिन 24 घंटे पानी की आपूर्ति की योजना को दिसंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। लाहौल स्पीति के लिए एंटी फ्रीज वाटर सप्लाई सिस्टम योजना वरदान साबित होगी। कैबिनेट मंत्री डॉ रामलाल मार्कंडेय ने इस प्रोजेक्ट को सफल अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार के समक्ष रखा और संबंधित अधिकारियों से समय-समय पर फीडबैक लेकर कार्य को गति देते रहे।
सफल रहा ट्रायल चौबीस घंटे पानी की आपूर्ति की योजना का ट्रायल जल शक्ति विभाग की ओर केंलाग में किया गया है। जल शक्ति विभाग ने जिला अस्पताल के लिए पानी की लाइन बिछाई है। जोकि जनवरी माह में बिछाई गई थी। यहां 200 मीटर पाईप जमीन के नीचे डेढ़ मीटर तक गहरी बिछाई गई है। जनवरी माह में बर्फबारी के बीच माइनस तापमान होने के बाद भी पानी की आपूर्ति की गई। ये ट्रायल के तौर पर किया गया था जोकि सफल रहा।
हर घर नल होगा इस योजना के तहत हर घर को पानी का कनेक्शन दिया जाएगा। केलांग के सभी होटल, होम स्टे, रेस्ट हाउस आदि को इस सुविधा से जोड़ा जाएगा। मेन पाइप से घर के भीतर तक पाईप लाइन का इन्सुलेटेड करने के लिए उपभोक्ता को स्वयं कार्य करवाना होगा। इसके लिए तकनीक जल शक्ति विभाग लोगों के साथ साझा करेगा।
ऐसे बिछाई जाएगी पाइप नॉर्थ अमेरिका और यूरोप के कई देशों में सर्दियों में माइनस तापमान के बाद भी पानी की आपूर्ति होती है। इसी सिस्टम का अध्ययन करने के बाद जल शक्ति विभाग ने केंलाग में विदेशों की तकनीक पर पाइप लाइन बिछाने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत 1,2 मीटर से डेढ़ मीटर की गहराई पर पानी की पाईप को बिछाया जाएगा। क्योकि इस गहराई पर पानी जमता नहीं है। ऐसे में पाईप को अतिरिक्त हीट की आवश्यकता भी नहीं रहेगी। जबकि कनेक्शन के लिए फ्रिज प्वाइंट से ऊपर से कनेक्शन दिया जाएगा तो पाइप इन्सुलेटेड होगी । जोकि पाइप में गर्मी को बनाए रखने में मदद करेगी ताकि पानी की पाइप के भीतर न जमे। मुख्य स्त्रोत जोकि बिलिंग नाला है वहां से लेकर केंलाग तक सारी पाइप लाइन जमीन के नीचे बिछाई जाएगी।
कहां से आएगा पानी चौबीस घंटे पानी की आपूर्ति बिलिंग नाला से की जाएगी। जब गर्मियों में बर्फ पिघलती है तो पानी में सिल्ट की मात्रा काफी अधिक हो जाती है। ऐसे में इस मुख्य स्त्रोत के समीप डिसिल्टिंग चैंबर बनेगा जोकि पानी से सिल्ट को अलग करेगा। इसके बाद केलांग में निर्धारित स्थानों पर बने स्टोरेज टैंक में पानी की आपूर्ति की जाएगी। मुख्य स्त्रोत के समीप चैंबर के लिए स्थान चिन्हित कर दिया गया है। इसी स्त्रोत से केलांग को पानी की आपूर्ति की जाएगी।
बनेंगे नए स्टोरेज टैंक इस योजना के तहत करीब सात स्टोरेज टैंक बनने प्रस्तावित है। इसके लिए स्थानों का चयन जल शक्ति विभाग ने कर दिया है। मुख्य स्त्रोत से पानी इन स्टोरेज टैंकों में आएगा। ये टैंक केंलाग शहर में ही बनेंगे। इन्हीं टैंकों से पानी की आपूर्ति उपभोक्ताओं को दी जाएगी। पर्यटन कारोबार में मील का पत्थर साबित होगी। ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व वाली अटल सुरंग बनने के बाद लाहौल स्पीति में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। ऐसे तो बर्फबारी के दिनों में लाहौल स्पीति मनाली के साथ पूरे हिमाचल से कट जाता था। ऐसे पर्यटक भी लाहौल पहुंच नहीं पाते थे। लेकिन अब अटल सुरंग खुलने से पर्यटकों की पहली पंसद टनल और लाहौल बन गया है। जब पर्यटकों की संख्या लाहौल में बढ़ेगी तो होटल,बाजार, होम स्टे में चैबीस घंटे पानी की आपूर्ति पर्यटन कारोबार को नए पंख लगाएगी। स्नो फेस्टिवल लाहुल स्पिति में हुआ वो आज देश में पर्यटकों को आकर्षित करने में सफल हो रहा है।
पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों की मांग सर्दियों व गर्मियों में 24 घंटे पानी की आपूर्ति कर रही है। पर्यटकों के आगमन से जहां स्थानीय लोगों की आय बढ़ेगी,वहीं लाहौल स्पिति का नाम विश्व पटल पर चमकेगा। जिलाधीश पंकज राय ने कहा की यह अलग आइडिया है। आईपीएच विभाग के साथ मिलकर चौबीस घंटे पानी की आपूर्ति को लेकर विकल्प ढूंढने के आदेश दिए थे। मैंने जिन विदेशों में दौरा किया था उनमें से कुछ देश ऐसे भी थे जहां पर माइनस में तापमान होता है तो पानी की आपूर्ति नियमित रहती है। इन्ही की तर्ज पर जल शक्ति विभाग को प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के लिए आदेश दिए थे। इसके बाद ही ट्रायल हुआ जो कि सफल रहा हैै। इससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को काफी लाभ मिलेगा।
कितना है प्रस्तावित खर्च चौबीस घंटे प्रस्तावित योजना पर 13.69 करोड़ रूपये का खर्च अनुमानित है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने 2021-22 में इस योजना के लिए 2.6 करोड़ रूपये का प्रावधान किया है। अब जल्द ही इसके आगामी कार्य को शुरू किया जाएगा।