चंबा,19 मई : हिमाचल के चंबा शहर में कोविड-19 मरीजों को घर तक नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था करने की एक शानदार शुरुआत हुई है। इसका सूत्रधार चंबा विधिक सेवा प्राधिकरण बना है। आपके जहन में लाजमी तौर पर यह सवाल भी उठेगा कि आखिर न्यायपालिका से जुड़े प्राधिकरण ने हटकर क्या सोचा है।
दअरसल “कम्युनिटी किचन” मुहिम को कम्युनिटी द्वारा ही चलाया जाएगा। यानी रेस्टोरेंट्स या ढाबो का पैक्ड फूड संक्रमित लोगों (होम आइसोलेशन) के घर तक नहीं पहुंचेगा, बल्कि संक्रमित परिवार के आसपास रहने वाले वालंटियर ही अपने घर से खाना बनाकर उन तक पहुंचाएंगे। शहर के 11 वार्ड के लिए प्राधिकरण द्वारा 9 वालेन्टियर्स तैयार किए गए हैं, जिन्होंने आगे स्वयंसेवियों की टीम गठित की है, वो अपने स्तर पर यह तय करेंगे कि किसके घर पर क्या बनना है।
ऐसा भी हो सकता है कि अगर एक वैलेंटाइन चावल बना रहा है तो दूसरे के घर पर सब्जी बनेगी, जबकि तीसरा चपाती उपलब्ध कराएं। इसके बाद स्वयंसेवी की टीम ही होम आइसोलेशन लोगो तक खाना पहुंचाएगी। अगर शहरी क्षेत्र में प्राधिकरण का प्रयास कामयाब होता है तो इसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी विस्तार देने की योजना है।
बुधवार को चंबा शहर में “कम्युनिटी किचन” की शुरुआत कर दी गई। हालांकि इसका अभी प्रचार नहीं हुआ है, लेकिन आधा दर्जन संक्रमितों ने खाना उपलब्ध करवाने को लेकर अप्रोच किया है। उधर प्राधिकरण के सचिव पंकज गुप्ता ने एमबीएम न्यूज़ से बातचीत में बताया कि 9 सदस्यों की टीम सीधे उनके संपर्क में रहेगी, जबकि आगे वह अपने स्वयंसेवकों से संपर्क में रहेंगे।
उनका कहना था कि “कम्युनिटी किचन” में घरों का बनाया खाना ही होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों तक पहुंचाया जाएगा। उनका कहना था कि अगर संक्रमित 4 घंटे पहले खाना उपलब्ध करवाने की जानकारी देंगे तो “कम्युनिटी किचन” को बेहतरीन तरीके से व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी। उनका कहना था कि उन्हें भी सीधा भोजन की व्यवस्था के लिए संपर्क किया जा सकता है।