शिमला, 21 मार्च : हिमाचल की राजधानी से ताल्लुक रखने वाले सिविल इंजीनियर अमित कलथेक ने हिमाचल लोक सेवा आयोग (HPPSC) की परीक्षा, 2019 में पहला रैंक हासिल किया है। इस परीक्षा के अंतिम परिणाम शनिवार देर शाम घोषित किए गए। 26 वर्षीय अमित को तीसरे प्रयास में ये उपलब्धि मिली है। पहले और दूसरे प्रयास में उन्होंने एचएएस की प्रिलिमिनरी परीक्षा पास की थी, लेकिन मेन्स परीक्षा में बाहर हो गए थे।
जेपी यूनिवर्सिटी सोलन से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद अमित ने सिविल सेवा में जाने का मन बनाया। इसके लिए उन्होंने कुछ समय तक कोचिंग भी ली। हालांकि पहले दो प्रयासों में वह मुख्य परीक्षा में बाहर हो गए थे। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और तीसरे प्रयास में प्रदेश भर में टॉप कर माता-पिता का सपना सच कर दिखाया।
यूं तो अमित का परिवार शिमला के चौपाल उपमंडल के बोधणा गांव का मूल निवासी है। लेकिन पिछले कई वर्षों से परिवार शिमला के उपनगर ढली में रह रहा है। अमित के पिता राजेश्वर सिंह कलथेक पीएनबी मैनेजर के पद से रिटायर्ड हुए हैं। उनकी माता मीरा कलथेक रिटायर्ड नर्सिंग ट्यूटर हैं। अमित की बड़ी बहन शिमला में डॉक्टर है।
अमित पढ़ाई में हमेशा से होशियार रहा। उनकी स्कूलिंग शिमला के मशहूर एडवर्ड स्कूल से हुई। उन्होंने मैट्रिक में 80 और प्लस टू में 90 फीसदी अंक हासिल किए। इसके बाद उन्होंने सोलन के वाकनाघाट स्थित जेपी यूनिवर्सिटी में सिविल इंजीनियरिंग में दाखिला ले लिया। इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज में आने का मन बनाया और पीछे मुड़कर नहीं देखा।
अमित का कहना है कि बचपन से उनका कुछ बड़ा करने का इरादा था। उनके दादा हेडमास्टर रिटायर हुए थे और उनसे उन्हें अधिकारी बनने की प्रेरणा मिली थी।
उनका कहना है कि एचएएस परीक्षा की तैयारी के लिए नियमित व अनुशासित होकर पढ़ना जरूरी है। सिविल सर्विस में चयनित होने के बाद उनका मकसद प्रशासन व जनता के बीच गैप कम करना और सरकार की योजनाओं व नीतियों को आम लोगों तक पहुंचाना रहेगा, ताकि लोगों को इनका फायदा मिले।