हरिपुरधार/सुरेंद्र चौहान
कुपवी तहसील के अन्तर्गत ग्राम पंचायत बांदल-कफलाह में एकमात्र राजकीय वरिष्ठ विद्यालय है। दुर्गम क्षेत्र में यह एक ऐसा शिक्षण संस्थान है, जोकि नदी के तट पर स्थित है। भौगोलिक दृष्टि से यह स्कूल अत्यंत जोखिम भरा है। चारों ओर से जंगल व नदी नालों के बीच यहां पढ़ने वाले बच्चों को रोजाना गुजरना होता है।
प्रिंसिपल समेत कई अन्य पद पड़े है खाली…
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कफलाह में लंबे समय से रिक्त पड़े पदों की भरमार है। प्रिंसिपल, पॉलिटिकल लेक्चर, बीएसई, मेडिकल नॉन मेडिकल, टीजीटी, समेत कई अन्य पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं।
जर्जर भवन की दयनीय हालत, नहीं है शौचालय…
ग्रामीण इलाकों के लिए यह स्कूल अत्यंत जोखिम भरा है और बहुत गावों के लिए एकमात्र संस्थान है। दूर्गम क्षेत्र होने के कारण पढ़ाई के लिए यह स्कूल अत्यंत लाभकारी भी है। लेकिन स्कूल भवन बहुत पुराना है। इसकी दयनीय स्थिति है और बच्चों के लिए शौचालय भी नहीं है। यदि खेल मैदान की बात करें तो बड़ी-बड़ी चट्टानों के बीच यह स्कूल है। जहां पर खेल मैदान भी विद्यमान नहीं है। ऐसी स्थिति में स्कूल प्रबंधन किस हालत में चलेगा।
स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र चौहान, जगत वस्टा, रामलाल शर्मा, बाबू राम, मोहीराम शर्मा, बीरबल समेत दर्जनों सदस्यों ने सरकार से मांग की है कि विद्यालय के लिए उपयुक्त मांगों को प्रमुखता से पूरी करें। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वाले बच्चों को भी सुलभ शौचालय सहित, समस्त सुविधाएं उपलब्ध हो सके तथा चारों ओर पुलों का निर्माण करें। यदि समय रहते यह उचित कदम नहीं उठाए गए तो ग्रामीण सरकार व शिक्षा विभाग के विरुद्ध रोष प्रदर्शन करेंगे।