नई दिल्ली/शिमला, 17 मार्च : यकीन मानिए, सौम्य व सरल स्वभाव के दिवंगत सांसद राम स्वरूप शर्मा की आत्महत्या के मामले में खबर ही बेखबर है। इसकी वजह ये है कि उनका कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे ये पता चलता कि वो ऐसा कदम क्यों उठा रहे हैं।
गोमती अपार्टमेंट में दूसरे धरातल पर कमरा नंबर 204 में सांसद के सुसाइड से हर कोई स्तब्ध है। सुबह 11 बजे तक सुसाइड नोट न मिलने की बात सामने आ गई थी, लेकिन ऐसी भी संभावना जताई जा रही थी कि बाद में मिल भी सकता है। मगर शाम तक भी सुसाइड नोट नहीं मिला। तीन चिकित्सकों की टीम की मौजूदगी में आरएमएल अस्पताल में पोस्टमार्टम परिजनों के पहुंचने के बाद ही हुआ।
जानकारी मिल रही है कि रात को ही सांसद की पार्थिव देह को दिल्ली से पैतृक गांव के लिए रवाना कर दिया जाएगा। एमबीएम न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक परिजन साढे़ 3 बजे के आसपास दिल्ली पहुंच गए थे। फिलहाल जानकारी यह भी मिल रही है कि पुलिस को मौत से जुड़ी घटना में कोई भी फाउलप्ले का इनपुट नहीं मिला है। इतना साफ हो गया है कि बैड पर प्लास्टिक की कुर्सी को रखने के बाद सांसद ने फंदा लगाया। इसके बाद कुर्सी को पांव से धकेल दिया।
सूत्रों का यह भी कहना है कि पिछले पांच दिनों से मोबाइल पर कोई खास बातचीत नहीं की थी। अलबत्ता, कुछ लोगों से जरूर बात की थी। दीगर है कि सोमवार को ही सांसद दिल्ली के लिए लोकसभा सत्र के लिए रवाना हुए थे। उनके साथ कांगड़ा के सांसद किशन कपूर व शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप भी गए थे।
एमबीएम न्यूज को मिल रही जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात सांसद ने अपनी पत्नी से भी काफी देर तक बात की थी। कल रात ही हिमाचल के कुछ नेताओं से भी बातचीत हुई थी। आरएमएल अस्पताल में तीन वरिष्ठ डाॅक्टरों द्वारा दिवंगत सांसद की पार्थिव देह का पोस्टमार्टम किया गया। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद सुरेश कश्यप के अलावा कई अन्य नेता भी मौजूद रहे।
उधर, एमबीएम न्यूज से बातचीत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि वो खुद घटना से बेहद ही सदमे में हैं। मंगलवार को भी दिवंगत रामस्वरूप उनके साथ थे। मगर ऐसे कोई भी हालात प्रतीत नहीं हो रहे थे कि वो ऐसा कदम उठा लेंगे। दीगर है कि मृतक सांसद के बेटे शांति स्वरूप व आनंद स्वरूप के अस्पताल पहुंचने के बाद ही पोस्टमार्टम किया गया।
उधर सांसद सुरेश कश्यप ने यह भी बताया कि देर रात ही पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंचेगी। वीरवार को पार्थिव देह का अंतिम संस्कार किया जाएगा।