नाहन, 16 मार्च : डाॅ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज में स्टाफ नर्स के 111 पद खाली हैं। इस कारण काॅलेज में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को स्पेशल वार्ड की सुविधा से भी वंचित होना पड़ रहा है।
इसके अलावा विडंबना ये है कि अस्पताल प्रबंधन में रोगी कल्याण समिति के कर्मियों द्वारा अग्रणी भूमिका निभाई जा रही है, लेकिन उन्हें तीन सालों से वेतन वृद्धि नहीं मिली है। इन तमाम मसलों को लेकर मेडिकल काॅलेज कर्मचारी महासंघ की अध्यक्ष प्रीतम कौर की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित हुई। इसमें कार्यकारिणी के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया।
प्रीतम कौर ने कहा कि रोगी कल्याण समिति के माध्यम से नियुक्त कर्मचारियों को वेतन वृद्धि नहीं मिल रही है। इन कर्मचारियों को तीन सालों से 119 ही डीए मिल रहा है। इस दौरान जिला स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भारत भूषण ने कहा कि इस विषय पर जल्द ही ठोस कदम उठाया जाना चाहिए।
उधर, प्रीतम कौर ने कहा कि 15 मार्च को स्टाफ नर्स का कमीशन हुआ है। 374 स्टाफ नर्स का परिणाम घोषित किया गया है। इसमें से चयनित स्टाफ नर्सों की नियुक्ति नाहन मेडिकल काॅलेज में की जाए। इसके अलावा पुरानी पेंशन बहाली की मांग भी की गई। 17 मार्च से एनपीएस कर्मचारियों द्वारा काली पट्टी लगा कर विरोध करने का भी समर्थन किया गया।
बैठक में महासचिव संजीव कश्यप, रजनी मांटा, यास्मीन शेख, मयंक सकलानी, राहुल शर्मा, गुरनाम सिंह, सीमा तोमर, सतीश कुमार व आशु भी मौजूद रहे।